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वाराणसी में तीन साल से बिना लाइसेंस चल रहा है जिला अस्पताल का ब्लड बैंक, लटका है नवीनीकरण का काम...

वाराणसी में तीन साल से बिना लाइसेंस चल रहा है जिला अस्पताल का ब्लड बैंक, लटका है नवीनीकरण का काम...

वाराणसी, ब्यूरो। दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल का ब्लड बैंक तीन साल से बिना लाइसेंस के ही चल रहा है। लाइसेंस की वैधता आठ सितंबर 2021 को खत्म होने के बाद इसका नवीनीकरण नहीं हो सका। कई बार केंद्रीय, राज्य स्तर की टीम ने दौरा भी किया लेकिन नवीनीकरण का काम लटका रहा। 

जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों के साथ ही एमसीएच विंग में भर्ती होने वाली गर्भवती महिलाओं के लिए ब्लड बैंक खुलवाया गया था। मरीजों के परिजन यहां रक्तदान करके मरीज के लिए ब्लड लेते ही हैं, बाहर भी लगने वाले शिविरों में भी ब्लड बैंक की टीम जाकर रक्तदान शिविर लगाती है। ऐसे में लाइसेंस की वैद्यता न होने को लेकर सवाल उठने लगे हैं। ब्लड बैंक में कंपोनेंट सेपरेटर यूनिट भी है।

ब्लड बैंक संचालन को लेकर जो गाइडलाइन बनी है, उसके अनुसार लाइसेंस नवीनीकरण की कॉपी नोटिस बोर्ड पर चस्पा होनी चाहिए। इसके पीछे डोनर या ब्लड लेने वाले को लाइसेंस की जानकारी होना उद्देश्य है। पहले यहां लाइसेंस लगाया गया था लेकिन अब ब्लड बैंक में नोटिस बोर्ड पर उसे हटा दिया गया है। उधर ड्रग इंस्पेक्टर ने भी ब्लड बैंक लाइसेंस नवीनीकरण से जुड़ी औपचारिकताओं को समय से पूरा करने को कहा है।

क्या कहते हैं अधिकारी 

अस्पताल के ब्लड बैंक के लाइसेंस नवीनीकरण की प्रक्रिया अंतिम दौर में है। सभी औपचारिकताओं को पूरा करवा कर कागजात लखनऊ भिजवाया गया है। जल्द ही लाइसेंस नवीनीकरण हो जाएगा। 

-डॉ. दिग्विजय सिंह, सीएमएस।