Independence Day 2024: लाल किले से PM मोदी ने 1 घंटे 38 मिनट तक दिया भाषण, इन 3 मुद्दों पर साधी चुप्पी...
PM Modi Speech on Independence Day 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 78 वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से देश को 11वीं बार संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भारत के पास वैश्विक विनिर्माण का केंद्र बनाने का यह एक सुनहरा अवसर है। पीएम ने राज्य सरकारों से निवेश आकर्षित करने के लिए नीतियां बनाने का आह्वान किया, साथ ही सुशासन और कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने की अपील की। पीएम लाल किले पर 1 घंटा 38 मिनट तक भाषण देते हुए अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया।
खास बात यह रही कि पीएम मोदी ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात की, लेकिन कुछ मुद्दों पर चुप्पी साधे रखी। उन्होंने अपने भाषण में मणिपुर हिंसा, महंगाई, बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर उत्पीड़न, और दिल्ली में आईएएस छात्रों की मौत जैसे मुद्दों का उल्लेख नहीं किया। उनके भाषण पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं आईं, कुछ लोगों ने उनकी बातों की सराहना की, जबकि अन्य ने इन मुद्दों पर चुप्पी साधे रखने की आलोचना की। आइए जानते हैं क्या है यह मुद्दे?
क्या है मणिपुर हिंसा?
मणिपुर, भारत का एक पहाड़ी पूर्वोत्तर राज्य है, जो म्यांमार की सीमा पर स्थित है। इसकी अनुमानित जनसंख्या 3.3 मिलियन है। इनमें से अधिकांश मैतैई हैं, जबकि लगभग 43% कुकी और नागा जनजातियां हैं। तनाव तब बढ़ गया, जब कुकी लोगों ने मैतैई की आधिकारिक जनजाति का दर्जा दिए जाने की मांग का विरोध किया। कुकी ने तर्क दिया कि इससे सरकार और समाज पर मैतैई का प्रभाव बढ़ेगा, जिससे उन्हें कुकी-प्रभुत्व वाले क्षेत्रों में ज़मीन खरीदने या बसने का मौक़ा मिलेगा।
3 मई को मैतैई (घाटी में रहने वाला समुदाय) और कुकी जनजातियों (पहाड़ी में रहने वाला समुदाय) के बीच हिंसा भड़क उठी। तब से अब तक कम से कम 130 लोग मारे गए हैं और 400 लोग घायल हुए हैं। सेना, अर्धसैनिक बलों और पुलिस द्वारा स्थिति को नियंत्रित करने के लिए संघर्ष किए जाने के कारण 60,000 से अधिक लोग विस्थापित हो गए हैं।
क्या है दिल्ली में छात्रों की मौत का मुद्दा?
आपको बता दें कि 27 जुलाई को, दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग सेंटर राव आईएएस स्टडी सर्किल के बेसमेंट में डूबने से तीन अभ्यर्थियों की मौत हो गई। मामला राउज एवेन्यू कोर्ट का तक जा पहुंचा। इस हादसे में यूपी की श्रेया यादव (25), तेलंगाना की तान्या सोनी (25), और केरल के नेविन डेल्विन की डूबने से मौत हो गई थी। यह तीनों सिविल परीक्षा की तैयारी कर रहे थे।
बढ़ती महंगाई
देश की महंगाई दर एक बार फिर चिंता का विषय बन गई है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों से पता चला है कि थोक मूल्य सूचकांक जून में बढ़कर 3.36 प्रतिशत हो गया, जो मई में 2.61 प्रतिशत था। यह चार महीनों में लगातार बढ़ोतरी को दर्शाता है। खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर जून में 10.87 प्रतिशत पर पहुंच गई, जबकि मई में यह 9.82 प्रतिशत थी।