वंदे भारत में बैग चुराने वाला निकला लव जिहाद का मास्टरमाइंड सेना का बर्खास्त सिपाही, फोन में मिले 25 हिंदू लड़कियों के नंबर...
सेना से बर्खास्त शहबाज खुद को मेजर हर्षित चौधरी बताता था। चाईबासा (झारखंड) की एक युवती से पहचान छिपाकर दोस्ती की और डेढ़ साल पहले मंदिर में शादी कर ली। अहमदाबाद पुलिस ने बैग चोरी के मामले में पकड़ा तो उसकी सच्चाई सामने आ गई।
युवती ने शहबाज के खिलाफ थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया है। चाईबासा की युवती ने मुकदमे में कहा है कि एक मैट्रोमोनियल वेबसाइट के माध्यम से उसका संपर्क हर्षित चौधरी उर्फ मो. शहबाज से हुई थी। उसने अपना नाम हर्षित और खुद को सेना में मेजर बताया।
आरोप है कि कुछ ही दिनों बाद युवती व हिंदू धर्म के प्रति उसका व्यवहार बदलने लगा। रोजाना मारपीट व गालीगलौज करने लगा। अप्राकृतिक संबंध बनाता, विरोध करने पर टुकड़े करके फेंकने की धमकी देता था।
छह सितंबर को युवती को गुजरात पुलिस से जानकारी मिली कि हर्षित का असली नाम शहबाज है, जो अलीगढ़ का रहने वाला है। पहले से शादीशुदा है और दो बच्चों का पिता है। आरोपित सेना में सिपाही के पद से बर्खास्त है। कई लड़कियों के साथ उसने यह कृत्य किया है।
इंस्पेक्टर पंकज कुमार मिश्रा ने बताया कि शहबाज को अहमदाबाद पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर आई थी। आरोपित के विरुद्ध झारखंड की युवती ने मुकदमा पंजीकृत कराया है। उसे लाने के लिए अहमदाबाद की कोर्ट में बी वारंट दाखिल कर दिया है। इस पर 29 सितंबर को सुनवाई है। युवती के मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान कराने के बाद उसे परिवार के सिपुर्द कर दिया है।
भरतपुर के हर्षित के नाम पर बनवाया फर्जी आधार कार्ड
एक अगस्त को अहमदाबाद रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत ट्रेन से बैग चोरी हुआ था। सीसीटीवी के आधार पर अहमदाबाद पुलिस ने मोहम्मद शहबाज को दिल्ली से गिरफ्तार किया, जो अलीगढ़ के मौलाना आजाद नगर गली नंबर चार का रहने वाला है। उसके पास से हर्षित चौधरी नाम का आधार कार्ड बरामद हुआ था, जो बायोमीट्रिक जांच में फर्जी पाया गया।
पूछताछ में उसने बताया कि आधार कार्ड अलीगढ़ में एक कंप्यूटर सेंटर से बनवाया था। आधार कार्ड भरतपुर के हर्षित के नाम पर था। यह भी पता चला है कि शहबाज ने एक बैंक में फर्जी खाता भी खुलवा रखा था। इसमें भी मुकदमे की तैयारी है।
सेना में था सिपाही, भाई एएमयू का छात्र
शहबाज सेना में सिपाही था। जहां उसकी तैनाती होती, वहां लड़कियों को जाल में फंसा लेता था। उसकी गतिविधियों के चलते बर्खास्त कर दिया गया। वह नौकरीपेशा युवतियों को निशाना बनाता था। सभी का शारीरिक व आर्थिक शोषण कर फरार हो जाता। इसके पिता सेना से सेवानिवृत्त हैं। एक भाई एयरफोर्स व दूसरा एएमयू से एमबीए कर रहा है।