प्रयागराज महाकुंभ पर्व मौनी अमावस्या के लिए रोडवेज का खाका तैयार, पूर्वांचल के लिए चलेंगी 4094 बसें...
प्रयागराज ब्यूरो। महाकुंभ की तैयारियों को रोडवेज ने अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। इस बार मौनी अमावस्या पर यूपी रोडवेज सात हजार बसों का संचालन विभिन्न शहरों के लिए करेगा। यह बसें छह स्थानों से संचालित की जाएंगी। महाकुंभ में रिकाॅर्ड श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। इसलिए प्रमुख स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर आने वाली भीड़ को देखते हुए रोडवेज अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा है। मौनी के दिन रोडवेज पूर्वांचल के लिए 4094 बसें चलाएगा।
प्रयागराज से गाजीपुर, आजमगढ़, जौनपुर, देवरिया, गोरखपुर, वाराणसी, मऊ, बलिया, भदोही आदि जिलों के लिए इन बसों का संचालन होगा। स्नान पर्व पर सिविल लाइंस बस स्टेशन से पूर्वांचल की बसें नहीं चलेंगी। इस वजह से रोडवेज ने इन बसों का संचालन कटका, झूंसी/ दुर्जनपुर पर बनाए जाने वाले अस्थायी बस स्टेशन से किए जाने की तैयारी की है।
इसके अलावा सरस्वती द्वार, बेला कछार, नेहरू पार्क, लेप्रोसी और सरस्वती हाईटेक सिटी पर भी रोडवेज अस्थायी बस स्टेशन बनाएगा। इन बस स्टेशनों पर यात्री शेड, खानपान स्टॉल, पेयजल, शौचालय एवं परिचालक एवं चालक के ठहरने का प्रबंध रोडवेज द्वारा किया जाएगा।
अस्थायी बस स्टेशन का नाम : संचालित होने वाली बसों की संख्या
कटका, झूंसी : 4094
सरस्वती द्वार : 148
बेला कछार : 1066
नेहरू पार्क : 1067
लेप्रोसी : 298
सरस्वती हाईटेक सिटी : 327
महाकुंभ में आपात स्थिति से निपटने के लिए बनेगा ग्रीन कॉरिडोर
महाकुंभ में अन्य इंतजामों के साथ-साथ आपात स्थितियों से निपटने के लिए भी फुलप्रूफ व्यवस्था की जा रही है। इसके तहत निर्णय लिया गया है कि आपातकालीन घटनाओं में त्वरित प्रतिक्रिया के लिए एक ग्रीन कॉरिडोर भी तैयार कराया जाएगा। यह मेला क्षेत्र से एयरपोर्ट और प्रयागराज जंक्शन तक बनेगा। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें स्थिति को नियंत्रित करने के लिए इसका इस्तेमाल करेंगी।
यह निर्णय रविवार को एडीजी जोन कैंप कार्यालय पर हुई आला पुलिस अफसरों की बैठक में लिया गया। बैठक में एनडीआरएफ के डीआईजी भी मौजूद रहे। कॉरिडोर का लाभ यह होगा कि आपात स्थिति में प्रभावित लोगों को समय से अस्पताल या अन्य सुरक्षित जगह पहुंचाया जा सकेगा।
बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि सभी संभावित परिस्थितियों में एनडीआरएफ टीमों की गतिशीलता के साथ-साथ उनका रणनीतिक स्थान और प्रशासनिक आवश्यकताओं के अनुसार ड्यूटी स्थान निर्धारण कैसे किया जाए।
गंभीर एवं आपातकालीन मामलों से निपटने के लिए अस्पतालों को चिह्नित कर डाॅक्टरों को प्रशिक्षण दिए जाने को लेकर भी अफसरों ने चर्चा की। इसके अलावा प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों पर आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था समेत अन्य कई बिंदुओं पर चर्चा की गई।
बैठक में एडीजी प्रयागराज जोन भानु भाष्कर, पुलिस आयुक्त तरुण गाबा समेत अन्य अफसर मौजूद रहे। एसएसपी कुंभ राजेश द्विवेदी ने बताया कि रविवार को हुई बैठक में आपात स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाने का निर्णय लिया गया।