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खड़ी बस खा रही थी डीजल... हककीत पता चली तो अफसरों की खुली आंखें, चालक-परिचालक पर गिरी गाज, नौकरी हुई खत्म...

खड़ी बस खा रही थी डीजल... हककीत पता चली तो अफसरों की खुली आंखें, चालक-परिचालक पर गिरी गाज, नौकरी हुई खत्म...

एटा जिला, ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के एटा में जिला मुख्यालय पर रोडवेज वर्कशॉप में खड़ी एक बस से कुछ दिन पूर्व डीजल गायब होने का मामला सामने आया था। इसके बाद परिवहन निगम की इस लापरवाही को मीडिया ने प्रमुखता के साथ प्रसारित किया था। मामले में जांच के बाद एक चालक व परिचालक को हटा दिया गया है।

परिवहन निगम की डिपो की एक बस हफ्तेभर वर्कशॉप में खड़ी रही। इस दौरान उसके डीजल टैंक में पड़ा हुआ 32 लीटर डीजल जल गया। जानकारी होने के बाद भी उच्च अधिकारियों ने मामले को दबाने की कोशिश की। इस न्यूज को मीडिया के साथ ही अमर उजाला समाचार पत्र ने 11 अगस्त के अंक में प्रकाशित किया, तो डिपो में खलबली मच गई। 

सेवा प्रबंधक अलीगढ़ विनय कुमार सिंह ने मामले में जांच कराने की बात कही। मंगलवार को सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक नरेश चंद्र गुप्ता ने बताया कि जांच के बाद संविदा पर नियुक्त एक चालक और एक परिचालक मामले में दोषी पाए गए। 

उन्होंने बताया कि बस पर तैनात चालक अरुण कुमार और परिचालक वैभव ने मिलकर 32 लीटर डीजल व यात्रियों की हेरा फेरी की। यह लोग कम सवारियों को बिठाकर ले जाते थे। डीजल की खपत अधिक दिखाते थे। जांच के बाद गड़बड़ी पकड़ में आई, तो कार्रवाई करते हुए इन दोनों की संविदा समाप्त की गई है।