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मिर्जापुर::हम बंटे थे तो कटे थे, सीएम योगी बोले- इसलिए पांच सौ वर्ष तक अयोध्या श्रीराम मंदिर के लिए इंतजार करना पड़ा...

मिर्जापुर::हम बंटे थे तो कटे थे, सीएम योगी बोले- इसलिए पांच सौ वर्ष तक अयोध्या श्रीराम मंदिर के लिए इंतजार करना पड़ा...

मिर्जापुर ब्यूरो। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को एकजुटता पर जोर देते हुए कहा कि हम बंटे थे तो कटे थे, इसलिए पांच सौ वर्ष तक अयोध्या (राम मंदिर निर्माण) में इंतजार करना पड़ा। योगी ने प्रदेश की पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि जाति का नंगा खेल खेलने वाले लोग माफिया व दुर्दांत अपराधियों और दंगाइयों के सामने नाक रगड़ते थे।

सीएम योगी ने सोमवार को मिर्जापुर जिले के गोपालपुर, विकासखंड पहाड़ी में 765 करोड़ की 127 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास करने के बाद आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि अब अयोध्या धाम भी जगमगा रहा है। भगवान रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण हो चुका है, लेकिन ऐसी स्थिति क्यों हुई कि हमें अयोध्या में पांच सौ वर्ष तक इंतजार करना पड़ा।

उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि प्रभु रामलला के भव्य मंदिर को तोड़कर आक्रांताओं ने क्यों गुलामी का ढांचा खड़ा कर दिया था। उसका कारण एक ही है, हम बंटे थे, इसलिए कटे थे। योगी ने सलाह दी कि बंटिए मत, बल्कि एकजुट होकर विकास व सुरक्षा के माहौल में आगे बढ़िए।

उन्होंने भरोसा दिया कि डबल इंजन की सरकार हर सुख दुख में आमजन के साथ खड़ी होकर वर्तमान को सुधारेगी और भविष्य को भी उज्ज्वल बनाने की प्रतिबद्धता के साथ कार्य करेगी। योगी ने खासतौर से पूर्ववर्ती समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जाति का नंगा खेल खेलने वाले लोग माफिया व दुर्दांत अपराधियों, दंगाइयों के सामने नाक रगड़ते थे। आज जब प्रदेश विकास की नयी धारा के साथ आगे बढ़ रहा है तो यह फिर से अवरोधक बनकर खड़ा होना चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि ऐसे लोग वर्तमान के साथ भावी पीढ़ी के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं। ऐसे माफियाओं को फिर से सिर उठाने का अवसर न मिल पाए। मिर्जापुर विंध्यधाम के लिए अपनी सरकार की योजनाओं की चर्चा करते हुए योगी ने कहा कि अब मिर्जापुर के पास भी मेडिकल कॉलेज है, यहां मां विंध्यवासिनी के नाम पर विश्वविद्यालय भी बनने जा रहा है, जनपद फोरलेन की कनेक्टिविटी से जुड़ गया है।

कार्यक्रम में स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत 1500 से अधिक युवाओं को स्मार्टफोन व टैबलेट वितरित किये गए। मुख्यमंत्री ने मत्स्य आहार संयंत्र की स्थापना के लिए पहली क़िस्त के रूप में लगभग चार करोड़ का चेक भी प्रदान किया। उन्होंने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को सम्मानित करते हुए विद्या शक्ति पोर्टल का भी बटन दबाकर शुरुआत की।

योगी ने पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि 2017 के पहले माफिया समानांतर सरकार चलाते थे। खनन, पशु, संगठित अपराध, भूमाफिया हावी थे। जब उनका काफिला निकलता था तो सामान्य जनप्रतिनिधि सहम जाते थे, प्रशासन सैल्यूट करता था।

उन्होंने कहा कि कोई माफिया पर हाथ डालने की हिम्मत नहीं करता था, लेकिन आज माफिया गिड़गिड़ा रहे हैं कि जान बख्श दो, ठेली लगाकर पेट भर लेंगे, लेकिन किसी को छोड़ेंगे नहीं। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि अब बेटी-व्यापारी की सुरक्षा से खिलवाड़, किसान की जमीन पर कब्जा, गरीब की झोपड़ी को उजाड़ने का दुस्साहस कोई नहीं कर सकता।

सीएम योगी ने मां विंध्यवासिनी के दर पर माथा टेका

मझवा विधानसभा क्षेत्र में आयोजित कार्यक्रम के बाद सीएम योगी मां विंध्यावासिनी के दरबार में मत्था टेकने पहुंचे। इस दौरान पूरे मंदिर परिसर को खाली करा दिया गया था और आम दर्शनार्थियों के दर्शन पूजन को रोक दिया गया था। योगी आदित्यनाथ ने अपनी आराध्य देवी का पूरे विधि-विधान से पूजन किया। इस दौरान पंडितों के मंत्रोच्चार से पूरा गर्भ गृह गुंजायमान होता रहाा। उन्होंने मंदिर परिसर में स्थित मां काली, मां सरस्वती के लघु त्रिकोण की यात्रा की और यज्ञ कुंड में सांकला डाल कर हवन किया। उनके सभी धार्मिक अनुष्ठानों को स्थानीय भाजपा विधायक एवं तीर्थ पुरोहित रत्नाकर मिश्र एवं उनके सहयोगी पंडितों ने सम्पन्न कराया।

मुख्यमंत्री ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट विंध्य कॉरिडोर का निरीक्षण भी किया। उन्होंने दूसरे चरण में शुरू होने वाली परियोजना की जानकारी हासिल की। काम में तेजी लाने के जिला प्रशासन को निर्देश दिए। दूसरे चरण में मां विंध्यवासिनी देवी के मंदिर निर्माण के साथ हैलीपेड, त्रिकोण पथ और मां काली एवं मां अष्टभुजा देवी के मंदिर में कोरिडोर का निर्माण किया जाना है।

जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने सभी परियोजनाओं का ब्लूप्रिंट भी दिखाया। योगी ने बड़े मनोयोग से देखा और अपनी तरफ से कुछ अन्य कार्यों के लिए सलाह भी दी। उन्होंने नवरात्रि मेले की तैयारियों का जायजा लिया और आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। यात्रियों की सुविधाओं की दृष्टि से जिला प्रशासन को किसी तरह की ढिलाई न होने के आदेश दिए।