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वाराणसी :: जैतपुरा थाना क्षेत्र में चोरी का झूठा आरोप लगाकर पिटाई की, पांच घंटे तक तड़पने के बाद युवक की हुई मौत, शव चंदौली में फेका...

वाराणसी :: जैतपुरा थाना क्षेत्र में चोरी का झूठा आरोप लगाकर पिटाई की, पांच घंटे तक तड़पने के बाद युवक की हुई मौत, शव चंदौली में फेका...

जिला ब्यूरो। वाराणसी जिले के जैतपुरा इलाके में चोरी के शक में एक युवक को तीन युवकों ने बांस के दो डंडों से पीट-पीट कर अधमरा कर दिया। युवक पांच घंटे तक मौके पर पड़ा रहा और उसकी मौत हो गई। इसके बाद तीनों युवकों ने शव ऑटो से ले जाकर चंदौली के अलीनगर क्षेत्र में फेंक दिया। जैतपुरा थाने की पुलिस ने 109 सीसी कैमरों की फुटेज खंगाल कर तीनों को चिह्नित किया और गुरुवार सुबह अलईपुरा सिटी स्टेशन के पास से उन्हें गिरफ्तार कर लिया। 
आरोपियों की पहचान कमलगढ़हा के सऊद कुरैशी व आकिब जावेद और बिहार के भागलपुर के पीरपइती गांव के गुलशार के रूप में हुई है। तीनों की निशानदेही पर ऑटो और दो डंडे बरामद किए गए हैं। घसियारी टोला, राजघाट निवासी राजू ने 17 सितंबर को शिकायत की थी।

बताया कि एक परिचित ने फोन कर बताया कि उसका छोटा भाई मोहम्मद शाहिद उर्फ पप्पू 16 सितंबर को मजदूरी कर लौट रहा था। देर रात पप्पू पर चोरी का आरोप लगाकर मनहर हाफिज रहमान बाबा के पीछे गली में कुछ लोगों ने बांस के डंडों से पिटाई की थी। उसके बाद उसे कहीं ले गए थे।

ऑटो के पीछे छिपा तो लगा की चोरी की है

डीसीपी काशी जोन गौरव बंशवाल ने बताया कि जैतपुरा थानाध्यक्ष बृजेश कुमार मिश्रा के नेतृत्व में दरोगा मनीष कुमार सिंह, अंकित राय व जितेंद्र यादव और कांस्टेबल विपिन मिश्रा व दिलशाद की टीम गठित की गई। टीम सीसी कैमरों की फुटेज खंगालते हुए पड़ाव पहुंची। इस बीच सूचना मिली कि अलीनगर थाना क्षेत्र में एक युवक का शव मिला है। पता चला कि शव पप्पू का है। वहीं, सीसी फुटेज की मदद से तीनों आरोपी चिह्नित हो गए थे और अपना घर छोड़ कर छिप कर रह रहे थे। बृहस्पतिवार सुबह उन्हें पकड़ लिया गया।

सऊद कुरैशी ने बताया कि उसके ऑटो का शीशा कभी कोई तोड़ देता था तो कभी बैटरी चुरा लेता था। 16 सितंबर देर रात उसे पप्पू दिखा तो वह ऑटो के पीछे छिपने लगा। उसे यकीन हो गया कि ऑटो में जो भी नुकसान होता है या सामान गायब होता है, उसे पप्पू ही चुराता है। उसने फोन कर आकिब को बुलाया। दोनों चोरी का आरोप लगाकर पप्पू को डंडे से पीटने लगे तो कुछ दूरी पर बोरिंग कर रहा गुलशार भी आ गया। उसने भी डंडा लेकर पप्पू की पिटाई की। इसके बाद तीनों चले गए।

हॉस्पिटल वालों ने कहा पुलिस केस है तो डर गए
सऊद ने बताया कि 17 सितंबर की सुबह आठ बजे उसने देखा कि पप्पू जहां का तहां पड़ा हुआ था। आकिब और गुलशार को बुलाकर पप्पू को पानी पिलाया। इसके बाद ऑटो में लाद कर तीनों उसे चार-पांच प्राइवेट अस्पताल ले गए, लेकिन किसी ने उपचार नहीं किया। साथ ही पहले पुलिस को सूचना देने को कहा। तीनों डर गए और ऑटो से अलीनगर-सकलडीहा मार्ग जाकर पप्पू का शव फेंक कर भाग आए। सभी तब से छिपकर रह रहे थे और शहर छोड़ने की फिराक में थे। हालांकि, उससे पहले पकड़े गए। गुलशार का कहना था कि वह बोरिंग के लिए बनारस आया था। पिटाई के चक्कर में जीवन बर्बाद कर लिया।