जेठ के फोन पर बार-बार कॉल कर रही थी पत्नी , छोटे भाई को हुआ शक, फिर कर दिया कुछ ऐसा जिसे देख सिहर गई पुलिस...
एमपी राज्य, ब्यूरो। ग्वालियर के उटीला थाना के भोगीपुरा गांव के पास 5 सितंबर को कुएं में एक अज्ञात लाश मिली थी। मृतक की शिनाख्त भिंड जिले के महावीर कौरव के रूप में हुई थी। महवीर की पत्नी ज्योति ने भिंड जिले के आलमपुर थाने में महावीर की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। हत्या की इस घटना को लेकर ग्वालियर एसपी ने आरोपियों की गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित कर दिया।
उटीला पुलिस ने मामले की जांच की तो पता चला कि मृतक महावीर आखिरी बार उसके ममेरे भाई सुरेंद्र कौरव के साथ देखा गया था। जब पुलिस में सुरेंद्र के मोबाइल की सीडीआर निकाली तो उसकी मृतक महावीर की पत्नी ज्योति से लंबी बातचीत की डिटेल मिली। जब पुलिस ने मृतक की पत्नी ज्योति का मोबाइल चेक किया तो वह फॉर्मेट पाया गया। मामले की जांच के दौरान पुलिस का मृतक की पत्नी ज्योति पर शक पक्का हो गया।
पुलिस ने ज्योति को हिरासत में ले लिया. उसके बाद सुरेंद्र कौरव की तलाश में भिंड जिले के दबोच थानां के मुरावली गांव पहुंची, जहां उसके अयोध्या जाने की जानकारी मिली। पुलिस टीम आरोपी की तलाश में अयोध्या पहुंची। पुलिस ने श्रीरामजन्मभूमि तीर्थस्थल, आसपास के घाट और थाना कोतवाली अयोध्या क्षेत्र में आरोपी सुरेंद्र की तलाश की, लेकिन वह नहीं मिला। ग्वालियर पहुंचते ही पुलिस को आरोपी सुरेन्द्र कौरव के ठिकाने की जानकारी मिली। पुलिस टीम ने रनगवां तिराहा पहुंचकर सुरेन्द्र कौरव को दबोच लिया। जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया और हत्या की कहानी का राजफाश कर दिया।
सुरेंद्र ने बताया कि उसकी पत्नी की मौत के बाद वो अकेला था। करीब डेढ़ साल पहले उसकी बुआ के बेटे मृतक महावीर की पत्नी ज्योति से उसको प्रेम हो गया। कुछ दिनों से महावीर को पत्नी ज्योति और ममेरे भाई सुरेंद्र पर शक होने लगा था। 3 सितंबर मंगलवार को मृतक की पत्नी ज्योति ने अपने आशिक ममेरे जेठ सुरेंद्र के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची। प्लान के मुताबिक आरोपी सुरेंद्र अपने भाई महावीर को जेल में बंद रिश्तेदार से मिलाने के बहाने ग्वालियर लाया।
4 सितबंर को केंद्रीय जेल में रिश्तेदार से मिलने के बाद मृतक महावीर और आरोपी सुरेंद्र ग्वालियर से भिंड जिले के आलमपुर के लिए रवाना हुए। महावीर बाइक चला रहा था और आरोपी पीछे बैठा था। उटीला के पास ज्योति का सुरेंद्र के पास दो बार आया. ज्योति ने आरोपी सुरेंद्र से कहा कि मेरे पति महावीर को मार दो।
ASP शियाज केएम ने बताया, 'उटीला थाना के भोगीपुरा गांव के आगे सुरेंद्र ने महावीर को गांजा पिलाने के लिए बैठा लिया। कुएं के चबूतरे में बैठे महावीर ने सुरेंद्र ने पूछा कि मेरी पत्नी का फोन बार-बार तुम्हें क्यों आ रहा है, इसी बात पर दोनों की लड़ाई हुई। आरोपी सुरेंद्र ने पत्थर उठाकर महावीर के सिर पर मार दिया, जिससे उसकी मौत हो गई, आरोपी सुरेंद्र ने लाश को छिपाने के लिए कुएं में फेंक दिया। सुरेंद्र ने ज्योति को फोन कर हत्या की जानकारी दी। ज्योति ने सुरेंद्र से मोबाइल और खून से सने कपड़े छिपाने को कहा। ज्योति ने सुरेंद्र के फोन पर एक हजार रुपये ट्रांसफर किए और उसे अयोध्या रवाना होने को कहा।'
पांच घंटे बाद ज्योति अपने पति की गुमशुदगी दर्ज कराने थाने पहुंची थी। पूछताछ में ज्योति ने बताया कि उसके इंस्टाग्राम सहित अन्य सोशल मीडिया पर अकाउंट हैं लेकिन उसका पति महावीर बहुत सीधा-साधा था। इस दौरान जब वह अपने ममेरे जेठ सुरेंद्र के संपर्क में आए तो उसके मोहपाश में बंध गई। जब पति महावीर को सुरेंद्र और उसके प्रेम के बारे में भनक लगी तो फिर वह आपत्ति करने लगा, ऐसे में उसे रास्ते हटाने के लिए हत्या का प्लान बनाया।