हम UP की लडकियां हैं, अपनी मर्जी से जीती हैं' 'पापा की परियों' ने पिंक ड्रेस में उड़ाई कानून की धज्जियां, लखनऊ की सड़कों पर किया जानलेवा स्टंट...
लखनऊ, ब्यूरो। हमारा देश इस समय महिला सशक्तिकरण का नारा लगा कर युवतियों को उनका हक दिलाने और उनकी सुरक्षा की मांग कर रहा है। हर क्षेत्र में पुरुषों की बराबरी भी हो रही है। लेकिन शायद उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की कुछ लड़कियों ने इस शब्द का गलत ही अर्थ निकाल लिया और टशन दिखाने के लिए चार पहिया लेकर जानलेवा स्टंट किया।
बीच सड़क, दिन दहाड़े पिंक ड्रेस वाली युवतियों ने कानून की धज्जियां उड़ाई और इससे शर्मिंदा होने की बजाय मजे लिए। उन्होंने जानलेवा स्टंट किया जिससे कुत्ता भी अपनी जान बचाकर भागने लगा। यह भी कहा कि इससे पुरुषों को नफरत हो रहे होगी, लेकिन उनका वैलिडेशन कौन मांग रहा है। इसका वीडियो वायरल होने के बाद लोग इसके बारे में बातें कर रहे हैं। अब जानिए कि पूरा माजरा क्या है…
दरअसल, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की मेकअप आर्टिस्ट सारा खान और अपेक्षा गुरनानी अपनी महंगी एसयूवी के लिए रंग की बोल्ड पसंद से सोशल मीडिया पर चर्चा बटोर रही हैं। सारा खान और अपेक्षा गुरनानी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर एक रील शेयर की है। इसमें दोनों की एसयूवी और स्कॉर्पियो-एन को गुलाबी रंग में दिखाया गया है।
वायरल हो रही इस रील में दोनों ने अपना परिचय देते हुए दावा करती हैं कि जब लखनऊ की किसी सड़क से उनकी गाड़ी गुजरती हैं तो लोग दंग होकर साइड हट जाते हैं। इस शॉर्ट वीडियो में सारा खान और अपेक्षा गुरनानी अपनी-अपनी महंगी कारों को दिखाते हुए कहती हैं कि पुरुषों को इससे नफरत हो रही है, लेकिन उनका वैलिडेशन मांग ही कौन रहा है।
कैश ऑन डिलीवरी पर मीशो की कार्दशियन
पिंक कार के साथ पिंक ड्रेस में ही दिख रही मेकअप आर्टिस्ट सारा खान और अपेक्षा गुरनानी ने अपने इंस्टाग्राम रील के कैप्शन में लिखा है कि बेझिझक कमेंट करें। कैश ऑन डिलीवरी पर मीशो की कार्दशियन। वीडियो में वॉइस ओवर के जरिए दोनों महिलाएं कह रही हैं कि गाड़ी की कलर पर नहीं उसके मॉडल को देखिए। गाड़ियों में लड़कियों के लिए कलर ऑप्शन होता नहीं इसलिए हम अपने ऑप्शन खुद बनाती हैं, क्योंकि हम यूपी की लड़कियां हैं। वीडियो में गाड़ियों के स्टंट से डरकर एक कुत्ते के भागने का सीन भी है।
महिलाओं से एसयूवी के साथ इंसाफ करने की अपील
इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए जाने के बाद कमेंट सेक्शन में एक यूजर ने फेमिनिज्म से जोड़ते हुए लिखा कि भगवान का शुक्र है कि उन्होंने महिला सशक्तिकरण शब्द का इस्तेमाल नहीं किया, तीसरे यूजर ने सड़क सुरक्षा से चिंतित होकर लिखा कि कृपया कोई यूपी पुलिस को टैग करे, चौथे यूजर ने महिलाओं से एसयूवी के साथ इंसाफ करने की अपील की।