295 दिन में की गई 738 शोहदों पर कार्रवाई, 421 को दी गई चेतावनी; जानें अन्य आंकड़े...
जिले में बालिकाओं के स्कूल / कॉलेज के आसपास और सार्वजनिक स्थानों पर इस साल के 295 दिन में 738 शोहदों पर पुलिस एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। इसके अलावा 421 लोगों का नाम-पता और मोबाइल नंबर दर्ज कर पुलिस ने उन्हें चाल-चलन सुधारने की हिदायत देने के बाद छोड़ा। इस वर्ष एक जनवरी से अब तक महिला संबंधी अपराधों में जेल से जमानत पर छूटे 149 आरोपियों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की गई। मिशन शक्ति (फेज-5.0) के तहत इन दिनों जिले में महिलाओं और बालिकाओं को उनके अधिकार और सुरक्षा के प्रति कमिश्नरेट की पुलिस जागरूक कर रही है।
अपर पुलिस उपायुक्त (महिला अपराध) ममता रानी ने बताया कि कमिश्नरेट के सभी थानों में इस साल अब तक महिला अपराध संबंधी 2181 प्रार्थना पत्र आए। इनमें से 2063 मामलों का निपटारा कराया जा चुका है। 118 प्रार्थना पत्रों की जांच कर नियमानुसार विधिक कार्रवाई की गई।
इसी तरह से इस वर्ष अब तक महिलाओं और बच्चियों से संबंधित साइबर अपराध के 73 प्रार्थना पत्रों का निपटारा कराया गया। 19 बच्चों को बालश्रम और 60 बच्चों को भिक्षावृत्ति से मुक्त कराया गया। 12 बच्चों को खोज कर उनके अभिभावकों को सौंपा गया। ऑपरेशन नशा मुक्ति के तहत 15 लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया।
दुष्कर्म के 73 आरोपी गिरफ्तार, 312 अपहृता बरामद
अपर पुलिस उपायुक्त (महिला अपराध) ने मीडिया को बताया कि इस वर्ष अब तक दुष्कर्म के 89 मुकदमे दर्ज किए गए। इन मुकदमों से संबंधित 73 आरोपी गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं। अपहरण के 388 मुकदमे दर्ज हुए। इसमें से 312 अपहृताओं की बरामदगी की जा चुकी है। पॉक्सो एक्ट के 88 मुकदमों में 69 आरोपी गिरफ्तार किए गए। दहेज उत्पीड़न के 502 मुकदमे दर्ज हुए, इनमें 379 आरोपी गिरफ्तार हुए। दहेज हत्या के 20 मुकदमे दर्ज हुए, इनमें 18 आरोपी गिरफ्तार किए गए।