Headlines
Loading...
नकली नहीं अब असली बैंक वाले भी करने लगे है कस्टमर से फ्रॉड, 8 बैंककर्मियों ने मिलकर लूटे 97 करोड़, ऐसा ऑफर देंगे मना नहीं कर पाएंगे...

नकली नहीं अब असली बैंक वाले भी करने लगे है कस्टमर से फ्रॉड, 8 बैंककर्मियों ने मिलकर लूटे 97 करोड़, ऐसा ऑफर देंगे मना नहीं कर पाएंगे...

नई दिल्‍ली, ब्यूरो। जरा याद कीजिए कि पिछली बार आप कब बैंक की शाखा में गए थे और किस काम के लिए गए थे। दावा है कि 100 में 90 लोगों को कतई याद नहीं आएगा। डिजिटल भारत के इस जमाने में यह कोई आश्‍चर्य की बात भी नहीं है। बैंक आजकल हर सुविधा आपको घर बैठे दे रहे हैं, जाहिर है कि इसके लिए संपर्क का साधन या तो फोन कॉल होता है या फिर उनके ऐप के जरिये अथवा मेल से। ऐसे में अगर कोई बैंक कर्मचारी ही आपके साथ फर्जीवाड़ा करने पर उतर आए तो कैसे खुद का बचाव करेंगे।

यह कोई अनुमान नहीं है, बल्कि बैंगलोर पुलिस ने ऐसे ही एक फर्जीवाड़े का खुलासा किया है। पुलिस ने बैंगलोर के नगरभावी ब्रांच स्थित एक्सिस बैंक के 8 कर्मचारियों को फ्रॉड के आरोप में गिरफ्तार किया है। इसमें बैंक के मैनेजर और 3 सेल्‍स एग्‍जीक्‍यूटिव भी शामिल है। पुलिस का कहना है कि ये आरोपी लोगों को शेयर बाजार से ज्‍यादा रिटर्न दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा करते थे। इसके अलावा बैंक के ग्राहकों से भी जानकारियां मांगकर खाते से पैसे निकाल लेते थे। इस तरह 97 करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है।

कैसे बिछाते थे फ्रॉड का जाल

बैंगलोर निवासी पीडि़त महिला शांति ने पुलिस को बताया कि उनके पास कुछ दिन पहले बैंक की ओर से मेल आई कि उनका क्रेडिट कार्ड अपडेट किया जा रहा है। इसके लिए बैंक की ओर से ऑफर है। इस कार्ड को अपडेट करने की फीस ज्‍यादा है, लेकिन भरपाई के लिए वाउचर दिया जाएगा। महिला ने बताया कि उनके राजी होने पर बैंक के कर्मचारियों ने कॉल करके कुछ डिटेल मांगी।

भरोसे के लिए भेजा आईकार्ड

महिला ने बताया कि कॉल करने वाले कर्मचारी ने भरोसा जमाने के लिए उन्‍हें अपना विजिटिंग कार्ड और आईडी कार्ड भी भेजा। जब उन्‍हें भरोसा हो गया कि कॉल बैंक की ओर से ही आई है तो उन्‍होंने अपने कार्ड की डिटेल शेयर कर दी। फिर कुछ दिनों बाद उनके पास एक मैसेज आया, जिसमें 1 लाख रुपये खर्च किए जाने की बात थी। यह मैसेज ट्रांजेक्‍शन होने के 5 घंटे बाद आया था। जिसकी शिकायत तत्‍काल बैंक से की गई।

बैंक का फ्रॉड बताया

महिला ने बताया कि उसने अपने कार्ड की डिटेल सिर्फ बैंक के लोगों को ही दी थी। जाहिर है कि इस फ्रॉड में बैंक के लोगों का ही हाथ रहा है। यह बैंक के कर्मचारियों की मिलीभगत से ही किया गया है। पुलिस ने भी महिला की शिकायत के बाद जब बैंक में पूछताछ और जांच की तो 8 लोगों के संलिप्‍त होने की बात सामने आई। इसके बाद एक मैनेजर और 3 सेल्‍स एग्जिक्‍यूटिव सहित सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।