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वाराणसी चेतगंज थाना क्षेत्र में निवेश के नाम पर डेढ़ करोड़ ठगने में सीए और दंपति फंसे...

वाराणसी चेतगंज थाना क्षेत्र में निवेश के नाम पर डेढ़ करोड़ ठगने में सीए और दंपति फंसे...

वाराणसी, ब्यूरो। एलईडी बल्ब के व्यापार में निवेश के नाम पर 1.70 रुपये हड़पने के आरोप में चेतगंज पुलिस ने सीए समेत दंपति पर मुकदमा दर्ज किया है. पांडेयपुर प्रेमचंद नगर कॉलोनी के बृजेश सिंह और उनकी पत्नी संजू सिंह ने पुलिस आयुक्त से शिकायत की थी.पुलिस आयुक्त के आदेश पर मुकदमा दर्ज हुआ है।

बृजेश सिंह ने बताया कि उनकी फर्म शिवांश इंटरप्राइजेज और जय मां दुर्गा इंटरप्राइजेज है. दोनों फर्म का लेखा-जोखा मलदहिया इंडियन प्रेस कॉलोनी निवासी सीए सतीश कुमार चौबे करते थे. सीए ने चौबेपुर के मोलनापुर निवासी त्रिभुवन नारायण तिवारी और उनकी पत्नी साधना तिवारी से मुलाकात कराई. बताया कि इनका एलईडी बल्ब का बड़ा कारोबार है। 

वे पूरे पूर्वांचल में काम करते हैं. उनको निवेशक की जरूरत है. निवेश करने पर जब तक एलईडी बल्ब की बिलिंग या माल नहीं दिया जाता, तब तक पूंजी पर 5 फीसदी लाभांश हर माह खाते में दिया जाएगा. 15 2020 को सीए सतीश चौबे के आफिस में बुलाकर व्यापारिक एग्रीमेंट कराया गया. आरटीजीएस के जरिये एक करोड़ 70 लाख रुपये कई किस्त में लिए।

बाद में लाभांश देने से तिवारी दंपती ने पल्ला झाड़ लिया. वे निवेश के रुपये भी नहीं दे रहे हैं. रुपया मांगने पर गालियों के साथ उन्हें फर्जी मुकदमे में फंसाकर जेल भेजवाने की धमकी दी जा रही है. इसमें सीए भी शामिल हैं।

एक दिन पहले अधिवक्ता ने भी दर्ज कराया था केस सीए सतीश चौबे और त्रिभुवन नारायण तिवारी के खिलाफ भी चेतगंज थाने में एक केस दर्ज हुआ था. चितईपुर की राजेंद्र विहार कॉलोनी निवासी इनकम टैक्स के अधिवक्ता विश्वजीत शाह की तहरीर पर चेतगंज पुलिस ने 23 लाख की धोखाधड़ी में केस दर्ज किया है।

8.51 लाख के गबन में पूर्व ग्राम प्रधान गिरफ्तार

कपसेठी पुलिस ने मझगवां कला के पूर्व ग्राम प्रधान संदीप पांडेय को 8.51 लाख के गबन में गिरफ्तार कर लिया. यह राशि ग्राम पंचायत भवन के निर्माण में खर्च होनी थी। पूर्व प्रधान को जेल भेज दिया गया। ग्राम पंचायत निधि के वित्तीय वर्ष 2019-20 में पंचायत भवन के निर्माण में 8 लाख 51 हजार रुपयों का गबन का आरोप है। ग्रामीणों की शिकायत पर जांच हुई थी। जांच में गबन की पुष्टि होने पर कपसेठी थाने में केस दर्ज कराया गया। मुकदमा दर्ज होने के बाद से आरोपी फरार था।