काशी में धनतेरस पर मां अन्नपूर्णा का स्वर्णमयी रुप, खजाने का आशीर्वाद लेने उमड़ी भीड़...
वाराणसी, ब्यूरो। देशभर में आज धनतेरस का पर्व मनाया जा रहा है। इस दिन आभूषण, वस्त्र, बर्तन, वाहन और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस खरीदने की परंपरा है. जिससे पूरे साल परिवार में सुख समृद्धि बनी रहे। इसी क्रम में धनतेरस से ही काशी में स्वर्णमयी मां अन्नपूर्णा के स्वरूप का दर्शन भी भक्तों को प्राप्त होता है।
इस बार प्रकाश पर्व दीपावली के धनतेरस पर मंगलवार (29 अक्तूबर) से स्वर्णमयी मां अन्नपूर्णा के दर्शन प्राप्त हो रहे हैं. साथ ही सुख समृद्धि रूपी आशीर्वाद के तौर पर खजाने का भी वितरण किया जा रहा है. देर रात से ही भक्त कतार में लगकर मां के दर्शन के लिए उत्सुक दिखाई दे रहे हैं।
धनतेरस पर खुला मां अन्नपूर्णा के कपाट
काशी के बारे में कहा जाता है सात वार नौ त्यौहार. साल के 365 दिन यहां कोई ना कोई त्यौहार का आयोजन होता है. इसी क्रम में काशी एक ऐसी नगरी है जहां पर दीपावली धनतेरस से भक्तों में आशीर्वाद के रूप में खजाने का वितरण होता है।
सनातन शास्त्रों में इस बात का वर्णन है कि सृष्टि में त्राहि त्राहि मचने पर भगवान शंकर ने मां अन्नपूर्णा से भिक्षा मांगी थी और माता अन्नपूर्णा को संपूर्ण विश्व के पालनहार भरण पोषण के लिए जाना जाता है. हर वर्ष धनतेरस के दिन श्री अन्नपूर्णा मंदिर में स्वर्णमयी माता अन्नपूर्णा के स्वरूप का दर्शन होता है।
इस दौरान लावा सिक्का के रूप में भक्तों को खजाना रूपी आशीर्वाद भी प्राप्त होता है. मंगलवार को सुबह से से ही मंदिर के कपाट खो दिए गए थे. माता अन्नपूर्णा के दर्शन पूजन के लिए भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा. इस दौरान यहां पर भक्तों की लंबी कतार देखने को मिली।
बांसफाटक से दिया जा रहा है प्रवेश
देर रात से ही श्रद्धालु कतार में लगकर मां अन्नपूर्णा मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, श्रद्धालुओं को काशी के बांसफाटक मार्ग से होते हुए अन्नपूर्णा मंदिर में प्रवेश कराया जा रहा है. आज सुबह 5 बजे से रात्रि 11 बजे तक भक्तों को दर्शन प्राप्त होंगे।
श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के जरिये 250 से अधिक जवानों की तैनाती मंदिर मार्ग और मंदिर में किया गया है. इसके अलावा सीसीटीवी कैमरे से भी हर संदिग्ध व्यक्ति और वस्तु पर नजर रखी जा रही है।