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याद रखना पंडित और हिन्दुओं, इधर पाकिस्तान है और उधर बांग्लादेश, भारत में घुसकर तुम्हारी गर्दन काट, कुत्तों को खिला देंगे: एक मौलाना...

याद रखना पंडित और हिन्दुओं, इधर पाकिस्तान है और उधर बांग्लादेश, भारत में घुसकर तुम्हारी गर्दन काट, कुत्तों को खिला देंगे: एक मौलाना...

ब्यूरो, गाजीपुर, - एक हालिया घटना में, गाजीपुर के एक धार्मिक सभा के दौरान एक मौलाना द्वारा दिए गए भाषण ने तनाव पैदा कर दिया है। मौलाना ने अपने भाषण में हिन्दू समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया, जिससे इलाके में आक्रोश फैल गया है। 

धार्मिक सभा के दौरान तनाव पैदा करने वाले मौ लाना ने अपने भाषण में कहा, "याद रखना पंडित और हिन्दुओं, एक तरफ़ पाकिस्तान है और दूसरी तरफ़ बांग्लादेश, तुम्हारे मुल्क में घुसकर तुम्हारी गर्दन काट के कुत्तों को खिला देंगे।"

इस बयान को लेकर कई हिन्दू संगठनों और स्थानीय निवासियों ने नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि इस तरह की भड़काऊ टिप्पणियां समाज में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास हैं और इससे धार्मिक समुदायों के बीच तनाव बढ़ सकता है।

स्थानीय प्रशासन ने मौलाना के बयान की जांच शुरू कर दी है। जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा है कि इस प्रकार के उत्तेजक बयान किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि जल्द ही इस मामले में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी और अगर बयान सच साबित होता है तो मौलाना के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

राजनीतिक दलों ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। कुछ नेताओं ने मौलाना के बयान को "असहिष्णुता और सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने वाला" बताया है और इसे तत्काल रोकने की आवश्यकता पर जोर दिया है। वहीं, कुछ अन्य नेताओं ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है ताकि सही तथ्यों का पता चल सके।

यह मामला सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो गया है। लोग मौलाना के इस बयान की कड़ी निंदा कर रहे हैं और इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। ट्विटर और फेसबुक जैसे प्लेटफार्मों पर इस मुद्दे पर बहस छिड़ी हुई है, जहां लोग समाज में शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील कर रहे हैं। वहीं कुछ लोग ऐसे भड़काऊ बयान देने वालों के लिए सीधे कानून व्यवस्था बनाकर फांसी की सजा की मांग कर रहे हैं। 

मौलाना के इस बयान ने गाजीपुर में तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न कर दी है। प्रशासन और स्थानीय लोग मामले को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस पर कार्रवाई की जाएगी ताकि इस प्रकार की घटनाएं भविष्य में दोबारा न हों। और कोई भी शख्स ऐसे भड़काऊ बयान देने की हिमाकत न करें।