बहराइच::मूर्ति विसर्जन के दौरान पथराव में युवक की मौत, लाश रखकर परिजन कर रहे प्रदर्शन...
जिला ब्यूरो बहराइच।मूर्ति विसर्जन के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा पथराव और फायरिंग की घटना के बाद जिला प्रशासन ने मूर्ति विसर्जन पर रोक लगा दी है। हिंदू समुदाय और मृतक के परिजनों ने शव रखकर धरना दिया है।मृतक के परिजन बहराइच मेडिकल कॉलेज के सामने शव रखकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
Bahraich News: बहराइच जिले के अंतर्गत महसी तहसील के हरदी थाना क्षेत्र में रविवार को मूर्ति विसर्जन के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा पथराव और फायरिंग की घटना के बाद जिला प्रशासन ने मूर्ति विसर्जन पर रोक लगा दी है। हिंदू समुदाय और मृतक के परिजनों ने शव रखकर धरना दिया है। मृतक के परिजन बहराइच मेडिकल कॉलेज के सामने शव रखकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
इस बीच शहर का माहौल गरम है जिसके चलते मूर्ति विसर्जन पर रोक लगा दी गई है। इसके अलावा फखरपुर, राम गांव, कैसरगंज क्षेत्र की दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन पर भी रोक लगा दी गई है। घटना से लगभग पूरे जिले में अफरातफरी मच गई है। पुलिस लोगों को समझाने का प्रयास कर रही है। लेकिन कोई हल नहीं निकल रहा है। बता दें कि जिले के राम गांव थाना क्षेत्र के रेहुआ मंसूर गांव की मूर्ति रविवार की शाम विसर्जन के लिए निकली थी। जुलूस हरदी थाना क्षेत्र के महराजगंज बाजार पहुंचा था। बाजार निवासी अब्दुल हमीद के घर के सामने से गुजर रहे जुलूस में लोग नारे लगा रहे थे। इसी बीच मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मूर्तियों पर पथराव शुरू कर दिया। पथराव के बीच उपद्रवियों ने फायरिंग भी की।
दोनों समुदाय आमने-सामने
रेहुआ मंसूर गांव निवासी कैलाश नाथ उर्फ पुतई का पुत्र राम गोपाल मिश्रा (22) गोली लगने से घायल हो गया। उसे गंभीर हालत में बहराइच जिला अस्पताल लाया गया। जिसके बाद उसे मेडिकल कॉलेज बहराइच लाया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसकी सूचना जब महाराजगंज बाजार में पहुंची तो लोगों ने वाहनों में तोड़फोड़ कर आग लगा दी। चार घर जलकर राख हो गए। कई थानों की पुलिस बल के साथ पीएससी के जवान मौके पर पहुंच गए हैं।
परिजनों का हंगामा
आरोप है कि महाराजगंज कस्बे में मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा पथराव और फायरिंग की गई जिसमें मूर्ति विसर्जन में शामिल रेहुआ निवासी राम गोपाल मिश्रा (22) गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। बताया जाता है कि इस दौरान 15 से 20 गोलियां चलीं जिसमें आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए।
सूचना पर पहुंचे पुलिस और पीएसी के जवानों को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठियां भांजनी पड़ी। हरदी समेत कई थानों की पुलिस और पीएसी को मौके पर भेजा गया। विवाद बढ़ता देख पीएसी ने भी स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया।
सड़कों पर परिजन
महसी विधायक समेत आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। घटना के बाद मौके पर भगदड़ मच गई है। रामगोपाल की मौत के बाद मेडिकल कॉलेज में जिंदाबाद-मुर्दाबाद के नारे लग रहे हैं। जगह-जगह पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। साथ ही पूरे जिले में अलर्ट घोषित कर दिया गया है।