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सीएचसी बागपत को रैपिड़ ओपीडी रैंकिंग उत्तर प्रदेश में मिला प्रथम स्थान...

सीएचसी बागपत को रैपिड़ ओपीडी रैंकिंग उत्तर प्रदेश में मिला प्रथम स्थान...

सीएचसी बागपत को रैपिड़ ओपीडी रैंकिंग में उत्तर प्रदेश में मिला प्रथम स्थान

- बागपत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बागपत ने आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की क्यूआर कोड़ पर आधारित रैपिड़ ओपीडी रैंकिंग में उत्तर प्रदेश में प्रथम और देश में 20 वां स्थान प्राप्त किया 

- सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बागपत कि चिकित्सा अधीक्षक डाक्टर विभाष राजपूत ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सीएचसी बागपत के डाक्टरों और समस्त लोगों का जताया आभार

बागपत, उत्तर प्रदेश। रिपोर्ट, विवेक जैन।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बागपत अपनी बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाओं के लिए उत्तर प्रदेश ही नही वरन देशभर में अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। 

इसी क्रम में सीएचसी बागपत ने एक और उपलब्धि हासिल की है। सीएचसी बागपत को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की क्यूआर कोड़ पर आधारित रैपिड़ ओपीडी रैंकिंग में उत्तर प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। इतना ही नही बागपत सीएचसी ने आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की क्यूआर कोड़ पर आधारित रैपिड़ ओपीडी रैंकिंग में देश में 20 वॉं स्थान प्राप्त किया है। 

जैसे ही यह सूचना बागपत सीएचसी पहुॅंची वहॉं के डाक्टरों और अन्य स्टॉफ में खुशी की लहर दौड़ गयी। देश और प्रदेश के सम्बन्धित विभाग के शीर्ष अधिकारियों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बागपत के चिकित्सा अधीक्षक डाक्टर विभाष राजपूत को बधाई दी। 

डाक्टर विभाष राजपूत ने बताया कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन माननीय प्रधानमंत्री जी का ड्रिम प्रोजक्ट है। अस्पतालों में आने वाले मरीजों को पंजीकरण कराने के लिए लम्बी लाईनों में लगने की परेशानियों से बचाने के लिए सरकार ने ऑनलाईन सेवा प्रदान की हुई है। 

इस सेवा के अन्तर्गत मरीजों के पंजीकरण के लिए अस्पताल के विभिन्न स्थानों पर क्यूआर कोड़ चिपकाये हुए है। अस्पताल में आने वाले मरीज अपने मोबाईल से क्यूआर कोड़ को स्कैन करते है, उसके बाद मरीज मोबाईल में अपना नाम और पता भरते है। उसके उपरान्त मरीज के पास एक टोकन नम्बर आ जाता है। मरीज पंजीकरण काउंटर पर जाकर टोकन नम्बर दिखाते है तो उनको ओपीडी की पर्ची मिल जाती है। 

डा. विभाष राजपूत ने बताया कि जिन मरीजों के पास आभा हेल्थ आईडी है उनको नाम और पता आदि भरने की भी जरूरत नही है, उनको सिर्फ क्यूआर कोड़ स्कैन करना है और उनको स्कैन करते ही टोकन नम्बर मोबाईल पर आ जाता है। 

और आगे बताया कि मरीज क्यूआर कोड़ की फोटो खींचकर घर से भी ऑनलाईन टोकन नम्बर प्राप्त कर सकते है। क्यूआर कोड़ पर आधारित रैपिड़ ओपीडी रैंकिंग में प्रदेश में प्रथम और देश में 20 वॉं स्थान प्राप्त करने के लिए उन्होने सीएचसी के सभी डाक्टरों और सीएचसी में कार्य वाले समस्त लोगों को बधाई दी और सभी का आभार व्यक्त किया।