डीएसपी बनने के बाद भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज को क्या सुविधाएं मिलेंगी? जानिए वेतन और भत्ते...
टीम इंडिया के स्टार गेंदबाज मोहम्मद सिराज को तमिलनाडु सरकार ने डीएसपी नियुक्त किया है. इसके साथ ही सिराज को 600 गज का प्लॉट भी दिया गया है. सिराज, तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक डॉ. जीतेन्द्र को रिपोर्ट किया और पुलिस उपाधीक्षक के रूप में कार्यभार ग्रहण किया।
अब सिराज पुलिस की नौकरी के साथ-साथ क्रिकेट में भी देश का प्रतिनिधित्व कर सकेंगे. पूर्व क्रिकेटर जोगिंदर शर्मा भी हरियाणा सरकार में डीएसपी के पद पर कार्यरत हैं. फील्ड में ड्यूटी के दौरान यह अक्सर चर्चा का विषय बन जाता है। तेलंगाना सरकार में DSP रैंक क्या है और इसके तहत मोहम्मद सिराज को क्या सुविधाएं मिलेंगी।
वर्दी पर तीन स्टार होंगे
सिराज को तेलंगाना सरकार ने ग्रेड-1 की नौकरी दी है। यह राज्य में ग्रुप-ए अधिकारी का काम है। वह सहायक अधीक्षक (डीएसपी) के पद से ऊपर होगा और एसपी को रिपोर्ट करेगा। सिराज की वर्दी पर 3 स्टार होंगे. वे राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने और जटिल अपराध मामलों को सुलझाने में प्रमुख भूमिका निभाएंगे। डीएसपी एक राजपत्रित अधिकारी है. बाद में उन्हें आईपीएस के तौर पर प्रमोट किया जा सकता है. इस रैंक का अधिकारी बनने के लिए किसी भी अभ्यर्थी को पीसीएस यानी राज्य प्रशासनिक सेवा राज्य सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है, लेकिन सिराज को उनकी उपलब्धियों के लिए यह रैंक दी गई है।
डीएसपी को क्या सुविधाएँ मिलती हैं?
डीएसपी को सरकारी आवास, ड्यूटी वाहन, सुरक्षा गार्ड, नौकर, रसोइया, माली, आवास, यात्रा और अन्य भत्ते मिलते हैं। DSP का मूल वेतन लगभग 74000 रुपये हो सकता है। यदि अन्य भत्ते जोड़ दिए जाएं तो यह रु. 1 लाख के पार जा सकता है. हालाँकि, ये भत्ते अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग हो सकते हैं।
एएसपी रैंक तक के अधिकारी सलामी देंगे
सिपाही से लेकर एसपी रैंक तक के अधिकारी मोहम्मद सिराज को सलामी देंगे. जब सिराज अपने वरिष्ठ अधिकारियों से मिलते हैं तो उन्हें एक पुलिस अधिकारी के रूप में सलाम करना पड़ता है। एक नियम के रूप में, जब कोई अधीनस्थ अपने वरिष्ठ से मिलता है, तो उसे सलामी देकर सम्मान दिखाना होता है। इसका पालन हर पुलिस अधिकारी को करना होगा।