Gold Price Hike: महंगाई का असर, सोने चांदी के छोटे आभूषण भी खरीदने से बच रहे लोग, मार्केट पर दिखा असर...
Gold Price Hike: आने वाले समय में प्रकाश पर्व के साथ-साथ शादी का सीजन भी है. इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों द्वारा सोने और चांदी से बने आभूषण की खरीदारी की जाती है। लेकिन इस दौरान सोने चांदी के दाम आसमान छू रहे हैं.सराफ व्यापारियों का कहना है कि सभी रिकार्ड को पीछे छोड़ते हुए वर्तमान में सोने चांदी के दाम इतने बढ़ गए हैं कि अब ग्राहकों द्वारा केवल आभूषणों की खरीदारी अपने विशेष आयोजन के लिए ही की जा रही है।
उसमें भी पिछले वर्षों की तुलना में इनकी संख्या काफी कम है. लोग अब सोने चांदी से बने छोटे आभूषणों की खरीदारी से बचते नजर आ रहे हैं. छोटे आभूषणों के उपहार भेंट करने की परंपरा मानो खत्म सी हो चुकी है. सोने-चांदी आभूषण की खरीदारी के लिए वाराणसी का कोदई चौकी बाजार काफी मशहूर माना जाता है। यहां के व्यापार मंडल उपाध्यक्ष अनिकेश चंद्र गुप्ता से मीडिया ने बातचीत की।
मार्केट पर पड़ रहा असर
अनिकेश चंद्र गुप्ता ने बताया कि इस समय सोने चांदी के दाम रिकॉर्ड स्तर पर हैं। वर्तमान में सोने का दाम 80,500 प्रति 10 ग्राम है जबकि चांदी का दाम प्रति किलो 1 लाख के करीब है. ऐसे में इस बात को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है कि इजरायल-ईरान के युद्ध का असर शेयर मार्केट पर पड़ा है जिसकी वजह से सोने चांदी के दाम इस स्तर पर देखे जा रहे हैं. फिलहाल स्थिति यह है कि त्योहार और शादी के सीजन में जहां बाजारों में खूब रौनक देखी जा रही थी।
उन्होंने कहा कि वहीं अब लोगों की सोने चांदी खरीदारी के प्रति रुझान बहुत कम है. विशेष तौर पर कार्तिक माह का महीना हम सराफ व्यापारियों के लिए बेहद अहम होता है. हमारे पूरे वर्ष की आय इस सीजन पर निर्भर होती है, लेकिन निश्चित ही सोने चांदी की खरीदारी कम होने की वजह से हम काफी व्यथित हैं. हम उम्मीद जता रहे हैं कि आने वाले समय में सोने चांदी के दाम में गिरावट हो, जिससे ग्राहकों का रुख बाजारों की तरफ हो।.
खरीदारी से बच रहे लोग
व्यापारियों का कहना है कि लोग एक दूसरे को उपहार देने के लिए कान, नाक, हाथ की उंगलियां और पैर में पहनने वाले आभूषणों की खरीदारी करते थे. लेकिन अब ऐसे छोटे आभूषण की खरीदारी से लोग बचते नजर आ रहे हैं. वजह साफ है कि सोने चांदी के दाम इतने हाई हैं जिससे उन्हें लगता है कि उपहार में आभूषण देने के बजाय कोई अन्य विकल्प ही बेहतर होगा. ऐसे में देखना होगा कि क्या उम्मीद लगाए इन व्यापारियों और ग्राहकों को बढ़ते सोने चांदी के दम से राहत मिलती है कि नहीं।