वाराणसी में एक ही घर में 8 हत्याएं; पहले भाई-भाभी, पिता, गार्ड का मर्डर, अब पत्नी, दो बेटों और बेटी को मारकर किया सुसाइड...
जिला, ब्यूरो। वाराणसी में भेलूपुर थाना क्षेत्र के भदैनी स्थित जिस घर में शराब कारोबारी राजेंद्र गुप्ता ने अपनी पत्नी नीतू गुप्ता, दो बेटों नवेंद्र और सुबेंद्र के साथ बेटी गौरांगी की हत्या की गोली मारकर हत्या की है, उसी घर में अगस्त 1997 में पिता लक्ष्मीनारायण, उनके गार्ड, छोटे भाई कृष्णा गुप्ता उनकी पत्नी मंजू की भी हत्या कर चुका है।
उस समय पहले छोटे भाई और उसकी पत्नी की हत्या की थी। दोनों की तेरहवीं से पहले ही पिता और उनके गार्ड की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद काफी समय तक जेल में रहने के बाद मां की अपने पक्ष में गवाही कराने और पेरोल मिलने पर इन दिनों बाहर आया था।
दरअसल वाराणसी शहर में ही कारोबारी राजेंद्र गुप्ता के चार घर हैं। चारों घरों से कई लाख रुपए किराया मिलता है। पिता लक्ष्मी नारायण गुप्ता से बेटे राजेंद्र का इन संपत्तियों को लेकर ही विवाद होता था। इसी विवाद में पिता, गार्ड, भाई और उसकी पत्नी की हत्या की थी। इस बार पत्नी, दो बेटों और बेटी की हत्या करने के बाद खुद को भी गोली से उड़ा लिया है। अब परिवार में केवल कारोबारी की बुजुर्ग मां हैं। इस समय वह कुछ बोलने की स्थिति में नहीं हैं। पहले पति और छोटे बेटे के साथ बहू की लाश देखी थी। आज बेटे, बहू के साथ ही पोती और पोतों की लाश देखकर वह सदमे में हैं।
रात में हत्याएं, सुबह मिली जानकारी
वाराणसी के भदैनी पानी टंकी के सामने वाली गली में रहने वाले शराब कारोबारी राजेंद्र गुप्ता (58) सोमवार की देर रात किसी समय पत्नी नीतू गुप्ता (47), बेटा नवेंद्र (25), सुबेंद्र (18) और बेटी गौरांगी (15) की गोली मारकर हत्या कर दी और फरार हो गया। सुबह नौकरानी कारोबारी के घर पहुंची तो लोगों को जघन्य हत्याकांड की जानकारी हुई। पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और जांच-पड़ताल शुरू हुई। कारोबारी के मोबाइल को सर्विलांस पर लगाया गया तो उसका लोकेशन वाराणसी में ही रोहनिया स्थित घर का बताने लगा। पुलिस वहां पहुंची तो कारोबारी की भी लाश पड़ी थी। बगल में पिस्टल भी थी। माना जा रहा है कि पत्नी और बच्चों की हत्या कर उसने आत्महत्या कर ली थी।
पत्नी के सिर, बेटे की छाती में मारी गोली
कारोबारी की पत्नी पहले तल पर रहती थी। जबकि तीनों बेटे दूसरे और मां तीसरे तल पर रहती थी। घटनास्थल के हाल बता रहे हैं कि कारोबारी ने पहले पत्नी के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। उसके बाद बच्चों के कमरे पर गया। वहां पहले बड़े बेटे के छाती में गोली मारी फिर बेटी को गोली मारी। गोली की आवाज सुनकर छोटा बेटा जगा और किचन की ओर भागा तो उसे किचन में ही गोली मारकर हत्या कर दी।
गोलियां तड़तड़ाती रहीं, पटाखा समझ किसी का ध्यान नहीं गया
कारोबारी के फ्लैट के बगल में रहने वाले किरायेदार ने बताया कि राजेंद्र रात 8 बजे अपने कमरे में जाते दिखाई पड़ा था। इसके बाद रात नौ बजे बाहर निकलकर चला गया था। देर रात कब आकर इस घटना को अंजाम दिया, किसी को नहीं पता चला। इस दौरान चारों की हत्या के लिए कई गोलियां चलीं। लेकिन बिल्डिंग में रहने वाले एक दर्जन से ज्यादा परिवारों ने दिवाली का पटाखा समझा और ध्यान नहीं दिया था।