बीएचयू के कुलाधिपति, महामना के पौत्र जस्टिस गिरधर मालवीय का निधन, पीएम मोदी, सीएम योगी, डिप्टी सीएम मौर्य ने जताया दुख...
वाराणसी जिला ब्यूरो। महामना मदन मोहन मालवीय के पौत्र बीएचयू के कुलाधिपति न्यायमूर्ति गिरधर मालवीय सोमवार की सुबह इस नश्वर जगत से हमेशा के लिए विदा हो गए। सीने में संक्रमण और सांस लेने की तकलीफ में सुधार न होने की वजह से दिन के 11 बजे उन्हें विशेष विमान से कोलकाता ले जाया जाना था। इकलौते पुत्र पश्चिम बंगाल राज्य पुलिस के मुख्य सलाहकार और पूर्व डीजीपी मनोज मालवीय इसके लिए विशेष विमान बुक कराकर रात को ही आ गए थे, लेकिन विमान पर सवार होने के कुछ घंटे पहले ही उन्होंने फानी दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया। पीएम मोदी, सीएम योगी, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समेत तमाम राजनीतिक हस्तियों ने उनके निधन पर दुख जताया है।
वह 88 वर्ष के थे। सांस लेने में तकलीफ और दर्द के बाद पांच दिन पहले उन्हें संगमनगरी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. पीयूष सक्सेना और डॉ. आशीष टंडन की टीम उनके उपचार में जुटी थी। सोमवार की सुबह पत्नी कांता मालवीय घर से चाय लेकर अस्पताल के लिए निकल रही थीं, तभी उनके निजी चालक अमर नाथ तिवारी ने हालत ज्यादा बिगड़ने की फोन पर सूचना दी।
आनन- फानन परिजन अस्पताल पहुंचे। वहां तुरंत ईसीजी कराया जाने लगा, लेकिन कुछ देर बाद ही 7:15 बजे चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुत्र मनोज मालवीय मंगलवार की सुबह रसूलाबाद घाट पर मुखाग्नि देंगे। निधन की जानकारी मिलने के बाद उनके आवास पर शोक-संवेदना व्यक्त करने के लिए न्यायविदों, राजनेताओं, अफसरों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का तांता लग गया।
2019 में बनाया गया था बीएचयू का चांसलर
न्यायमूर्ति गिरधर मालवीय की हालत स्थिर होने की वजह से उन्हें कोलकाता ले जाने के लिए आईपीएस अफसर पुत्र मनोज मालवीय विशेष विमान लेकर रविवार की रात को ही प्रयागराज आ गए। बहू जया मालवीय देखरेख के लिए हफ्ते भर पहले ही आ गई थीं। तमाम कोशिशों के बाद भी उन्हें नहीं बचाया जा सका। वर्ष 2019 में डॉ. कर्ण सिंह के स्थान पर उन्हें काशी हिंदू विश्वविद्यालय का चांसलर नियुक्त किया गया था। वह कवि भी थे और न्याय प्रणाली पर भी उनका एकाधिकार था।
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक भारत रत्न मदन मोहन मालवीय के वह पौत्र थे। उन्होंने लंबे समय तक न्यायपालिका में सेवाएं दीं और अपनी अलग पहचान बनाई। बीएचयू से उन्होंने पॉलिटिकल साइंस और लॉ में ग्रेजुएशन किया था। गिरधर मालवीय को उत्तर प्रदेश सेवा प्राधिकरण का अध्यक्ष भी नियुक्त किया गया था। उन्हें दो बार महामना मालवीय मिशन का राष्ट्रीय प्रमुख भी नियुक्त किया गया।
निधन की जानकारी मिलने के बाद महाधिवक्ता अजय मिश्र, बीएचयू के कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन, राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत्यकाम, मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत के अलावा कई न्यायविद उनके अंतिम दर्शन के लिए जार्जटाउन स्थित उनके आवास पहुंचे। देर रात तक शोक-संवेदनाओं का तांता लगा रहा। अंतिम यात्रा उनके घर से मंगलवार की सुबह 11 बजे रसूलाबाद घाट के लिए रवाना होगी।
पीएम ने एक्स पर लिखा- गंगा सफाई के लिए किया जाएगा याद
न्यायमूर्ति गिरधर मालवीय की तीन संतानें हैं। इकलौते पुत्र आईपीएस अफसर मनोज, बहू जया और पत्नी कांता अंतिम समय साथ रहे। उनकी दो पुत्रियों में एक दीपाली प्रियदर्शी और रुचि भार्गव भी निधन की जानकारी मिलने के बाद प्रयागराज घर पहुंच गईं। उनके दामाद प्रियदर्शी शिशिर जेनेवा में भारत के राजदूत भी रहे हैं। दिल्ली में रह रहे पौत्र जयवर्धन मालवीय और पौत्रियों में मालविका, अनुश्री भी अंतिम दर्शन के लिए प्रयागराज के लिए रवाना हो गए हैं।
पहली बार वाराणसी लोस सीट पर नामांकन में मोदी के प्रस्तावक भी रहे गिरधर मालवीय
न्यायमूर्ति गिरधर मालवीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्ष 2014 के पहली बार वाराणसी लोक सभा सीट से नामांक के दौरान प्रमुख प्रस्तावकों में से एक रहे हैं। प्रस्तावक के रूप में उनकी स्मृतियां तो पीएम से जुड़ी ही रही हैं, अयोध्या में रामलला की प्राण -प्रतिष्ठा के दौरान भी उन्हें विशेष मेहमान के तौर पर आमंत्रित किया गया था।
जस्टिस सुरेंद्र सिंह ने जताया शोक
हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त जस्टिस सुरेंद्र सिंह का कहना है कि जिस वक्त गिरधर मालवीय जी डिप्टी गवर्मेंट एडवोकेट थे तब वह ब्रीफ होल्डर हुआ करते थे। अलग-अलग तरह के कामों में उन्होंने बहुत मदद की। अच्छे से समझाया, बताया। जब मालवीयजी जज एलीवेट हो गए तो उन्होंने बहुत ही शानदार तरीके से भूमिका निभाई। बेहतरीन तरीके से काम किया। सेवानिवृत होने के बाद वह रिटायर्ड जज एसोसिएशन के अध्यक्ष भी रहे। मुझे भी सचिव बनाया। आज वह हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके काम उनकी यादें हमेशा हमारे साथ रहेंगी।
सीएम योगी ने भी जताई संवेदना
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने जस्टिस गिरधर मालवीय के निधन पर संवेदना प्रकट की है। सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट साझा कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। केशव ने लिखा- 92 वर्ष की आयु में गिरिधर मालवीय जी ने अंतिम सांस ली। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। गिरिधर मालवीय जी भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी के पुत्र थे। वे समाज सेवा, शिक्षा और राष्ट्रभक्ति के प्रति पूरी तरह समर्पित थे। न्यायमूर्ति के रूप में उन्होंने न्याय के क्षेत्र में अपनी अमिट छाप छोड़ी। मालवीय जी 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के प्रस्तावक भी रहे। उनका पूरा जीवन विद्वता, राष्ट्रसेवा और समाज कल्याण के लिए समर्पित रहा। उनके निधन से देश ने एक ऐसा महान राष्ट्रभक्त और समाजसेवी खो दिया है, जो शिक्षा और सेवा के मूल्यों का प्रतीक थे। उनकी पुण्य आत्मा को शत-शत नमन और श्रद्धांजलि।
बीएचयू के कुलपति ने दी श्रद्धांजलि
जस्टिस गिरधर मालवीय को श्रद्धांजलि देने के लिए बीएचयू के कुलपित प्रोफेसर सुधीर कुमार जैन उनके आवास पर पहुंचे। उन्हें उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की।
गृहमंत्री अमित शाह ने भी जताया दुख
महामना मदन मोहन मालवीय जी के प्रपौत्र गिरिधर मालवीय जी के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है। न्यायिक सेवा में उनके योगदान, गंगा सफाई अभियान में उनकी प्रतिबद्धता और सामाजिक कार्यों के प्रति उनकी निष्ठा को देश सदैव याद रखेगा। उनका जाना शिक्षा जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। मेरी…
— Amit Shah (@AmitShah) November 18, 2024