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बदायूं हत्याकांड खुलासा:: किन्नर ने अपने गुरु के कमरे में देख ली ऐसी चीज, फिर चली यह चाल.. दो युवकों को बुलाकर, उसकी हत्या...

बदायूं हत्याकांड खुलासा:: किन्नर ने अपने गुरु के कमरे में देख ली ऐसी चीज, फिर चली यह चाल.. दो युवकों को बुलाकर, उसकी हत्या...

जिला ब्यूरो, बदायूं। बुधवार की देर रात बिनावर में सुनीता किन्नर की हत्या के मामले का पर्दाफाश पुलिस ने रविवार काे कर दिया। लूटपाट की नीयत से घटना को सुनीता किन्नर की हत्या की गई थी।इस षड्यंत्र को रचने वाली उसकी साथी रीना किन्नर रहीं।

पुलिस व एसओजी टीम ने मोबाइल के सर्विलांस के जरिए मामले को खोला। बरेली-बदायूं मार्ग पर मलगांव फाटक के समीप से रीना किन्नर और उसके दो साथियों आदिल और अरबाज को भी गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से 60 हजार नगद के अलावा जेवर भी बरामद किया है। इसके साथ ही इनकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त फांवड़ा भी बरामद हुआ है।

अपने कार्यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता में एसएसपी डा. बृजेश सिंह ने मीडिया को  प्रेसवार्ता में बताया कि 30/31 अक्टूबर की रात कस्बा बिनावर में सुनीता किन्नर की अज्ञात व्यक्तियों ने हत्या की थी। लूटपाट की घटना को भी अंजाम दिया गया था। इस मामले में थाना बिनावर में दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस की दो टीमें बनाई गई थी। पहली टीम बिनावर थाने की और दूसरी टीम एसओजी रही। दोनों टीमों ने जांच में सामने आए सभी बिंदुओं पर अपनी विवेचना शुरू की।

मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल से खुला राज़

मोबाइल के लोकेशन और काल डिटेल के जरिए काफी जानकारी हासिल हुई थी। जांच के दौरान घटना की परत दर परत खुली चली गई। आरोपित रीना किन्नर ने अपने साथी आदिल पुत्र नवी अहमद निवासी नई सराय बर्फ खाने बाली गली थाना सिविल लाइन और अरबाज पुत्र इशरत खान निवासी नई सराय नई बस्ती निकट नूर मियाँ अस्पताल के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था। 

तीनों को गिरफ्तार करने के साथ ही इनके कब्जे से लूटे हुए आभूषण भी बरामद किए गए हैं। इसके साथ ही 60 हजार नगदी भी मिली है। इनकी निशानदेही पर घटनास्थल से फावडा, लोहा व लडकी का बैटा खून के धब्बे लगा बरामद किये गये।

ऐसे रचा था हत्या का षड्यंत्र

आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि संजना किन्नर लगभग 05 वर्ष व रीना किन्नर उर्फ साजिद लगभग 01 वर्ष से अपने गुरू सुनीता किन्नर के साथ उसी के मकान कस्बा बिनावर में रहते थे। बदायूं के रहने वाले आदिल व अरबाज की रीना किन्नर से दोस्ती हो गयी थी । इसलिये यह लोग रीना किन्नर के पास कस्बा बिनावर इनके गुरू सुनीता किन्नर के मकान पर भी आते जाते थे ।

रीना किन्नर में शराब पीने व अनैतिक कार्य करने की आदत थी। यह बात इनके गुरू सुनीता किन्नर को अच्छी नही लगती थी। जिसे लेकर कई बार आदिल व अरबाज के सामने ही रीना किन्नर व गुरू सुनीता किन्नर में आपस में कहा सुनी भी हुई थी।

युवकों को बताया था कि मेरे गुरु के पास बहुत माल है

रीना किन्नर को कई बार अपने घर से निकाल दिया था। आठ -दस दिन पूर्व भी आदिल व अरबाज, रीना किन्नर उर्फ साजिद के पास सुनीता किन्नर के मकान पर आये थे। तब रीना किन्नर ने बताया था कि मेरी गुरू सुनीता किन्नर के पास बहुत जेवर, माल व पैसा है। यह सब हमारी कमाई है। मुझे व मेरी साथी संजना किन्नर को केवल 500-600 रूपये की हिस्सेदारी ही देती हैं। बाकी सारा पैसा व माल सुनीता किन्नर अपने पास रख लेती हैं।

रीना किन्नर उर्फ शाजिद ने आदिल व अरबाज से मिलकर षडयंत्र रचा। 30 अक्टूबर को रीना किन्नर ने आदिल व अरबाज को फोन से बताया कि मेरी साथी संजना किन्नर अपने भाई की दवाई लेने अमरोहा जा रही है। मैं और मेरी गुरू (दादी) घर पर हैं। रीना किन्नर के बुलाने पर ये दोनो बिनावर आ गये।

रीना किन्नर के साथ बैठकर आदिल व अरबाज ने शराब पी और रीना किन्नर को अधिक शराब पिलाकर उसे नशे मे कर दिया। वह अपने कमरे में तख्त पर नशे मे लेट गयी। तभी इन दोनों ने उसकी गुरू (दादी) सुनीता किन्नर के कमरे में जाकर उसकी फावडे से मारकर हत्या कर दी। उसे तख्त से घसीट कर फर्श पर पटक दिया। कमरे में रखे बक्से में से जेवर व 83,000 रूपये व मृतका सुनीता किन्नर का मोबाइल व रीना किन्नर का मोबाइल लेकर चले गए।