जब दुधमुंही बच्ची को घर से उठा ले गया बंदर, मुंह से पकड़ा और लगा दी दौड़- फिर थोड़ी दूर ले जाकर उसने...
कानपुर जिला ब्यूरो। फतेहपुर। शुक्रवार शाम घर के आंगन में चारपाई पर सो रही सात माह की दुधमुंही बच्ची को छत की सीढ़ी से उतरकर आया बंदर मुंह से दबाकर बाहर घसीट ले गया। पड़ोसियों ने देखा तो शोर मचाना शुरू कर दिया जिससे बंदर बच्ची को घर से 50 मीटर दूर छोड़कर बबूल के पेड़ पर चढ़ गया। जिससे बच्ची के हाथ में चोट आ गई। बच्ची को स्वजन नजदीक के अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराकर घर ले आए।
किशुनपुर थाने के विजयीपुर कस्बा स्थित पेट्रोल पंप के नजदीक रहने वाले दुर्गेश गुप्ता की सात महीने की बेटी गुनगुन शुक्रवार शाम घर के अंदर सो रही थी। मां सुमन देवी घरेलू कामकाज कर रही थी। तभी छत से आंगन में आया बंदर सो रही दुधमुंही बच्ची को मुंह से दबाकर बाहर उठा ले गया।
थोड़ी दूर बाद बबूल पेड़ के नीचे बच्ची को सुरक्षित देखकर मां उसे गोद में उठाकर घर ले आई। हाथ में चोट आने पर उसे प्राइवेट अस्पताल में दिखाकर घर ले आई।
लोगों ने मीडिया को बताया कि क्षेत्र में बंदरों का काफी समय से आतंक है। बावजूद इसके विभाग के कर्मचारी कोई कार्रवाई नहीं करते। वहीं बच्ची के घर वाले भी काफी डर गए। बंदर काफी देर तक बच्ची को लेकर घूमता रहा। कुछ देर बाद उसने बच्ची को छोड़ा। थोड़ी देर बाद बच्ची की मां उस बच्ची को एक पेड़ के नीचे से उठाकर ले आई। बच्ची को एक अस्पताल में ले जाया गया। जहां फिर उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।