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काशी की गलियों में महादेव के कई मंदिर हैं लुप्त केदारेश्वर से भेलूपुर के बीच 56 शिवलिंग होने का है दावा...

काशी की गलियों में महादेव के कई मंदिर हैं लुप्त केदारेश्वर से भेलूपुर के बीच 56 शिवलिंग होने का है दावा...

वाराणसी ब्यूरो। मदनपुरा में जो शिवमंदिर मिला है वह सिद्धेश्वर महादेव हैं। जिनकी तलाश दो सालों से चल रही थी। इसके अलावा देवनाथपुरा में दिलीप तीर्थ औद दिलीपेश्वर महादेव भी लुप्त हैं। इसके अलावा केदारेश्वर से भेलूपुर के बीच 56 शिवलिंग और तीर्थ थे जो वर्तमान में लापता हैं। यह दावा किया है आनंदकानन काशी ढूंढे की टीम ने। काशी ढूंढे टीम के सदस्य बीएचयू में संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के प्रो. माधव जनार्दन रटाटे ने कहा कि उनकी टीम पिछले दो सालों से इन तीर्थ स्थलों और मंदिरों को खोज रही है।

काशीखंड में वर्णित इन स्थानों की तलाश में टीम के सदस्यों ने कई पुराणों के अध्ययन के बाद भौतिक रूप से भी तलाश जारी है। वर्तमान में जो मंदिर मिला है वह सिद्धेश्वर महादेव का मंदिर है। पुष्पदंतेश्वर से दक्षिण परमसिद्धिप्रद सिद्धिश्वर हैं। यदि कोई उनकी पंचोपचार से पूजा करे, तो उसे वे स्वप्न में परमसिद्धि को प्रदान करते हैं। इसके बगल में सिद्धतीर्थ कूप भी विराजमान हैं। सनातन रक्षक दल के प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा ने दावा किया है कि यह सिद्धेश्वर महादेव का मंदिर है, जिसका जिक्र काशी खंड में भी है। बगल में स्थित गोल चबूतरा वास्तव में सिद्धेश्वर कूप था और मंदिर की स्थापत्य कला भी शिव मंदिर होने की पुष्टि कर रही है।

ये मंदिर हैं काशी की गलियों में लुप्त

केदारेश्वर के समीप अवसान भैरव, आनंद भैरव केदारेश्वर के पूर्व में मायेश्वर, सिंहेश्वर, गौरी लिंग, लक्ष्मी लिंग, त्रिनदीश्वर,श्रीकरकंठ, मयूरेश्वर, वारणेश्वर, अजेश्वर, व्यास लिंग, सनत्कुमारेश्वर तथा भार्गव लिंग
केदारेश्वर के दक्षिण में चित्रकेतु, चित्ररथ, विचित्रक,राम, सीता, लक्ष्मण, शत्रुघ्न, हनुमान, भरत, वानर, भालू, लंगूर आदि के द्वारा स्थापित लिंग, केदारेश्वर के पश्चिम में वैप्रचितेश्वर, कालकेयेश्वर, कुठारेश्वर, पारिभद्रेश्वर, प्रमथेश्वर, कालीश्वर, निवातकवचेश्वर, शुंभेश्वर, निशुंभेश्वर, विरोचेनश्वर, वाल्मीकेश्वर, बालकेश्वर, कुंडेश्वर, केदारेश्वर के उत्तर में अधीश्वर, सखीश्वर, कबंधेश्वर, क्षालनेश्वर, कुलेश्वर, कुंडलीश्वर, वालखिल्येश्वर, पांड्येश्वर, गणेश्वर, निषधेश्वर, देवनाथपुरा-सिद्धेश्वर, दिलीपेश्वर, दिलीप तीर्थ, नारद घाट- विभ्राटकेश्वर, बालमुकुंद का चौहट्टा-पर्जन्येश्वर, भेलूपुर-वाल्मीकिश्वर ।।