कुंवारे मर्दों से 'खेलती' थी 8 युवतियां, शौक पूरे करने के लिए किया सपनों का सौदा, फर्जी मैरेज ब्यूरो से की लाखों की ठगी, फिर जो हुआ...
लखनऊ, ब्यूरो। ललितपुर जिले में शादी का झांसा देकर ठगी करने वाले फर्जी मैरिज ब्यूरो का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। मैरिज ब्यूरो से जुड़ी युवतियां गिरोह बनाकर लोगों को शादी कराने का लालच देकर रुपये ऐंठने का काम करती थीं। पुलिस ने मामले में मुख्य संचालिका समेत 8 युवतियों को गिरफ्तार किया है।
यह है पूरा मामला
एक पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थनापत्र देकर बताया कि अटल सेवा संस्थान सिविल लाइन (ललितपुर) नामक मैरिज ब्यूरो ने शादी का झांसा देकर उससे 7500 रुपये लिए। जब उसकी शादी की बात आगे नहीं चली तो उसने संस्थान के नंबर पर फोन लगाया तो उन्होंने उसका मोबाइल नंबर ब्लॉक कर दिया।
शिकायत पर पुलिस अधीक्षक मोहम्मद मुश्ताक ने तालबेहट क्षेत्राधिकारी अजय कुमार के पर्यवेक्षण में साइबर क्राइम थाना पुलिस की टीम गठित की। टीम ने आरोपियों को पकड़ने के लिए जाल बिछाना शुरू कर दिया।
कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए पुलिस ने सूचनाओं के आधार पर आरती शाक्यवार (35), विभा यादव (20), वैशाली देसाई (20), अनामिका राजपूत (19), नैना देसाई (25), पलक अहिरवार (19), प्रीती (20), संजना झा (21) को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने आरोपियों के पास से 11 मोबाइल फोन, 9 एंड्रॉयड फोन व नए सिम कार्ड, 1 कम्प्यूटर, 18 लेखा-जोखा रजिस्टर बरामद किए हैं। साथ ही उनके खाते में एक लाख रुपये सीज करने की कार्यवाही की गई।
पुलिस पूछताछ में आरती शाक्यवार ने बताया कि उनके स्टाफ में 8 लड़कियां हैं, जिनमें वह एवं विभा हेड हैं। बाकी 6 युवतियों को मासिक वेतन पर कॉल करने के लिए रखा गया है।
वेबसाइट से लोड होती थी फोटो
अटल सेवा संस्था के नाम से संचालित फर्जी मैरिज ब्यूरो में विवाह पंजीकरण के नाम से यह लड़कियां ऐप के माध्यम से विवाह के लिए वर-वधू का डेटा लेकर उन्हें फोन करते थे। अलग-अलग वेबसाइट से ऑनलाइन मौजूद लड़कियों की फोटो डाउनलोड करके वर-वधू की फोटो भेजते थे।
क्यूआर कोड भेजकर मंगाते थे रुपये
युवक-युवती की फोटो पसंद आने पर रजिस्ट्रेशन व फीस के नाम पर रुपये लिये जाते थे, जो क्यूआर कोड भेजकर प्राप्त किया जाता था। रुपये लेने के बाद उसका नंबर ब्लॉक कर पैसा आपस में बांट लिया जाता था।
इस टीम को मिली सफलता
साइबर क्राइम थाना प्रभारी निरीक्षक कृष्णदेव राय, प्रभारी महिला थाना तालबेहट सन्नो देवी, उपनिरीक्षक सत्येन्द्र सिंह राय, उपनिरीक्षक गौतम पुनिया, हेड कांस्टेबल जायद अली, कम्प्यूटर ऑपरेटर अबुल हसन, कांस्टेबल पवन यादव, कुंवर देवेन्द्र सिंह, महिला कांस्टेबल प्रियंका, मोहम्मद वसीम, अनिल एवं कांस्टेबल प्रमेश कुमार आदि शामिल रहे।
फर्जी मैरिज ब्यूरो चलाने वालों से पूछताछ में पता चला है कि यह गिरोह विशेषकर अविवाहित युवकों को टारगेट करता था। गिरोह अब तक सैकड़ों लोगों के साथ ठगी कर चुका है। उनसे मिलने वाली धनराशि को आपस में बांटकर ऐशोआराम व अपने शौक पूरे करते थे। पुलिस टीम को उनसे ठगी का लेखाजोखा बरामद हुआ है, उसकी गहनता से जांच कराई जा रही है।
-मोहम्मद मुश्ताक, पुलिस अधीक्षक, ललितपुर ।।