Headlines
Loading...
दोस्त के लिए चोरी कर ली दरोगा की पिस्टल, पुलिस को भनक तक न लगी...फिर आठ हजार में बेची, चौकी का रसोइया ही निकला चोर...

दोस्त के लिए चोरी कर ली दरोगा की पिस्टल, पुलिस को भनक तक न लगी...फिर आठ हजार में बेची, चौकी का रसोइया ही निकला चोर...

जिला, ब्यूरो। आगरा के थाना बाह की बटेश्वर चौकी प्रभारी की पिस्टल गायब होने के मामले का शुक्रवार को खुलासा हो गया। थाने के मालखाने से नहीं, बल्कि पिस्टल बटेश्वर चौकी से चोरी हुई थी। तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें चौकी पर खाना बनाने आने वाला युवक शामिल है। उसने दोस्त की मांग पर पिस्टल चोरी की थी। उधर, चौकी प्रभारी ने मालखाने में पिस्टल जमा करने का दावा किया था, जिससे अब भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं।

27 जुलाई को थाना बाह के हेड मोहर्रिर ब्रेश कुमार ने सरकारी पिस्टल गायब होने के मामले में मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें कहा था कि थाने के मालखाने से बटेश्वर चौकी प्रभारी राजाबाबू यादव को आवंटित पिस्टल गायब हो गई। मामले में चौकी प्रभारी और सिपाही अमित कुमार को निलंबित कर दिया था। डीसीपी पूर्वी अतुल शर्मा ने बताया कि टीम को पिस्टल बरामदगी के लिए लगाया गया था।

शुक्रवार को बटेश्वर खांद से विक्रमपुर तिराहे के रास्ते में चेकिंग के दौरान पुलिस ने तीन लोगों को पकड़ा। इनमें बटेश्वर के पंजाय के रितिक उर्फ ठाकुर, धर्मेन्द्र उर्फ पिंटू और झाड़े की गढ़ी के रामू हैं। उनके पास से दरोगा की पिस्टल, 10 कारतूस, देसी पिस्टल, बाइक, मोबाइल बरामद किए गए। पूछताछ में रितिक उर्फ ठाकुर ने बताया कि वह बटेश्वर चौकी पर खाना बनाने का काम करता था। दोस्त धर्मेंद्र उर्फ पिंटू ने पिस्टल दिलाने को कहा था। 17 जून को चौकी प्रभारी राजा बाबू यादव और सिपाही अमित कुमार क्षेत्र में गए थे। अमित कुमार के कमरे में टेबल पर रखी पिस्टल चोरी कर ली। आठ हजार रुपये में धर्मेंद्र उर्फ पिंटू को बेच दी। धर्मेन्द्र ने पिस्टल अपने दोस्त रामू को दे दी थी। उसका गांव में झगड़ा हो गया था। इसलिए अपने पास पिस्टल रख ली थी।

नए हेड मोहर्रिर के चार्ज लेने पर खुला मामला
20 जुलाई को बटेश्वर चौकी प्रभारी राजाबाबू यादव को आवंटित पिस्टल मालखाने में नहीं मिली थी। यह मामला तब खुला, जब बाह थाने के हेड मोहर्रिर ब्रेश कुमार तबादला होने पर नए हेड मोहर्रिर अवधेश कुमार को चार्ज देने आए। इस मामले में बटेश्वर चौकी के प्रभारी राजाबाबू यादव ने कहा था कि उन्होंने लोकसभा चुनाव की ड्यूटी के बाद पिस्टल और 10 कारतूस 9 मई को मालखाने में जमा करा दिए थे। 28 मई के बाद से पिस्टल मिली ही नहीं।

मुकदमा कराया दर्ज 

ब्रेश कुमार ने कहा था कि उसी दिन जीडी में तस्करा डालकर बटेश्वर चौकी पर तैनात सिपाही अमित कुमार को पिस्टल और 10 कारतूस दिए थे। सिपाही रायबरेली, हरदोई, आजमगढ़ में चुनाव ड्यूटी कर लौटा था। सिपाही अमित कुमार 22 जून से गैर हाजिर हो गए थे। मामले में सिपाही और चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया। 27 जुलाई को ब्रेश कुमार ने मुकदमा दर्ज कराया। 10 जून को बटेश्वर मंदिर के ग्रुप में शेयर किए गए फोटो में सिपाही अमित कुमार पिस्टल लगाए दिख रहे थे।

निभाई थी दोस्ती, पकड़े गए

जांच में पता चला था कि पिस्टल मालखाने से नहीं, बल्कि बटेश्वर चौकी से चोरी हुई है। खाना बनाने वाले रितिक पर शक गया। कई बार पूछताछ में वह कुछ नहीं बता रहा था। इसलिए गोपनीय तरीके से नजर रखी गई। तीनों आरोपी आपस में दोस्त हैं। रामू का दिल्ली में आना-जाना रहता है। बटेश्वर मेले में रितिक उर्फ ठाकुर, रामू, धर्मेन्द्र उर्फ पिंटू मिले थे। गांव में झगड़ा होने पर धर्मेंद्र उर्फ पिंटू पिस्टल लेना चाहता था। यह उसे रितिक उर्फ ठाकुर ने दे दी। मगर, वो पकड़े गए।