भूल जाइए संकरी गलियां, अब ऐसा दिखता है मां विध्यवासिनी का दरबार, भव्य कॉरिडोर बनकर हो गया है तैयार...
Maa Vindhyavasini Dham Corridor: मां विंध्यवासिनी धाम को भव्य व नव्य बनाने के लिए विंध्य कॉरिडोर का निर्माण पूरा हो गया है। रात्रि में धाम स्वर्ग के जैसा नजर आता है। मां विंध्यवासिनी धाम को दिव्य रूप देने के लिए 331 करोड़ की लागत से विंध्य कॉरिडोर का निर्माण हो रहा है। काम पूर्ण हो चुका है और अंतिम रूप दिया जा रहा है। दिसंबर माह के अंत तक श्रद्धालु कॉरिडोर को नवरुप में देख सकेंगे। कॉरिडोर बनने के बाद भक्तों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है।
वर्ष 2021 में विंध्य कॉरिडोर का निर्माण शुरू हुआ था। प्रोजेक्ट के तहत मुख्य मंदिर के चारों ओर 50 फीट चौड़ा और दो मंजिला परिक्रमा पथ बनाया गया है। इसमें बुजुर्गों के लिए लिफ्ट की व्यवस्था की गई है। नई वीआईपी, पुरानी वीआईपी, थाना वाली गली और पक्का घाट गली पर आकर्षक प्रवेश द्वार बनाए गए हैं। रात्रि में गुलाबी पत्थरों पर लगी आकर्षक लाइट भक्तों को मंत्रमुग्ध कर देती है।
कॉरिडोर में हैं ये सुविधाएं
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अत्याधुनिक फायर सिस्टम, शुद्ध पेयजल, शौचालय और पुलिस बूथ जैसे इंतजाम कॉरिडोर में किए गए हैं। संकरी गलियों का कायाकल्प कर उन्हें चौड़ा और सुगम बनाया गया है। धाम के कायाकल्प से श्रद्धालुओं में खुशी हैं। दर्शन करने के लिए नालंदा से आएं सुभाष कुमार ने बताया कि पहले घंटों लाइन में लगना पड़ता था, अब 15 मिनट में दर्शन संभव हो गया है। भक्त सुनैना ने कहा अब बिना पुरोहित के आराम से दर्शन-पूजन हो जाता है। पहले धाम में बहुत धक्का-मुक्की होती थी, लेकिन अब सहुलियत से दर्शन होता है।
विदेशों से भी धाम में आएंगे भक्त
विंध्य कॉरिडोर बनने के बाद भक्तों की संख्या बढ़ गई हैं। काशी और प्रयागराज के बाद सबसे ज्यादा श्रद्धालु मां के धाम में पहुंचते हैं। कुंभ मेले में मां विंध्यावासिनी धाम में पांच करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। ऐसे में भक्तों के लिए सुविधाओं में इजाफा किया जा रहा है। सड़कों के चौड़ीकरण के साथ ही पर्किंग आदि की व्यवस्था सुगम की जा रही है।