प्रयागराज जिला में भाजपा नेता को पीटने पर धूमनगंज थाना के दो दरोगा और सिपाही सस्पेंड, बढ़ते आक्रोश पर डीसीपी ने की कार्रवाई...
प्रयागराज जिला ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में धूमनगंज थाने में तैनात पुलिसकर्मियों ने बुधवार की शाम भाजपा मंडल अध्यक्ष संजय कुशवाहा की पिटाई कर दी। इसके बाद हिरासत में लेकर थाने ले आए। इसकी जानकारी होने पर महापौर गणेश केसरवानी व भाजपा महानगर अध्यक्ष राजेंद्र मिश्रा के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ता थाने में धरने पर बैठ गए। लगभग तीन घंटे तक धरना के बाद डीसीपी नगर ने वरिष्ठ उपनिरीक्षक हंसराज सिंह, प्रशिक्षु दरोगा रोमेशमणि त्रिपाठी व आरक्षी योगेंद्र मिश्रा को निलंबित कर दिया।
सुलेमसराय निवासी संजय कुशवाहा ने तहरीर देते हुए आरोप लगाया कि वह शाम लगभग सवा चार बजे घर के सामने खड़े थे। इसी बीच दरोगा रोमेशमणि त्रिपाठी व आरक्षी योगेंद्र मिश्रा ने किसी का पता पूछने के लिए आवाज लगाई। आवाज सुनाई नहीं पड़ने पर बदसलूकी करने लगे। यहां तक कि वहीं विरोध करते हुए परिचय देने के बावजूद पिटाई करते हुए थाने ले गए। जहां वरिष्ठ उपनिरीक्षक हंसराज सिंह ने भी मारपीट की।
एसीपी धूमनगंज राजकुमार मीना व एसीपी सिविल लाइंस श्यामजीत सिंह ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन भाजपाई कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। भाजपा कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश था। अपने साथी की पिटाई से आक्रोशित भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता महापौर गणेश केसरवानी व भाजपा महानगर अध्यक्ष राजेंद्र मिश्रा के नेतृत्व में थाने में धरना पर बैठ गए। कार्यकर्ता की करीब तीन घंटे तक थाने में विरोध करते रहे। सिपाही और दरोगा पर कार्रवाई होने के बाद भाजपा कार्यकर्ता माने और धरना खत्म किया।
मौके पर महापौर गणेश केसरवानी, भाजपा महानगर नगर अध्यक्ष राजेंद्र मिश्रा, महामंत्री रवि केसरवानी, जिला प्रवक्ता राजेश केसरवानी, युवा मोर्चा अध्यक्ष पप्पू पांडे, पार्षद अमरजीत कुशवाहा, पप्पू केसरवानी, प्रेम नारायण केसरवानी, राकेश जैन, शुभम बाला मंडल अध्यक्ष यमुना पट्टी ज्ञान बाबू केसरवानी, धूमन गंज थाना पहुंचे और दोषियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करने और इस्पेक्टर सोमेश मणि त्रिपाठी के खिलाफ कार्यवाही की पुलिस कमिश्नर से मांग की थी।
इस संबंध में डीसीपी नगर अभिषेक भारती ने मीडिया को बताया कि तीनों पुलिसकर्मियों सिपाही और दो दरोगा को निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच का आदेश दिया गया है। निलंबन की कार्रवाई तक तीनों पुलिस कर्मी पुलिस लाइन से संबद्ध रहेंगे।