'बस एक बार पापा से गले मिला दो.', विदाई के दौरान रोती हुई बोली बेटी, डोली उठने से पहले ही मंडप में पिता को आया हार्ट अटैक...
हाथरस जिला, ब्यूरो। हर पिता का सपना होता है कि वो अपनी बेटी की शादी बड़े धूमधाम से करे। इसी वजह से कई बार ऐसा देखने को मिलता है कि पिता अपनी बेटी की शादी के लिए अपना खेत, घर सब बेच देते हैं। लेकिन कई पिता का ये सपना पूरा नहीं हो पाता। कुछ इसी तरह का हाल 61 साल के यशपाल सिंह यादव का भी हुआ। वो अपनी पूरी कमाई लगाकर अपनी लाडली बेटी की शादी की तैयारी में लगे हुए थे। बारात दरवाजे पर आ गई थी। शादी की रस्म पूरी हो रही थी। कन्यादान होने ही वाला था कि यशपाल सिंह यादव को दिल का दौरा पड़ गया। और उनकी मौत हो गई।
पल भर के अंदर गम में बदली खुशी
कुछ देर पहले तक जहां चारों ओर खुशी का माहौल था हर कोई शादी के कामों में व्यस्त था। बेटी के कन्यादान के लिए यशपाल सिंह यादव अपनी पत्नी के साथ मंडप में मौजूद थे तभी अचानक उनकी तबीयत खराब हुई। लोगों को लगा कि बीपी लो हुआ है। लेकिन कुछ देर जब हालत और बिगड़ने लगी तो आनन फानन में हर के लोगों ने उनको हॉस्पिटल ले गए।
उत्तर प्रदेश के हाथरस के सहपऊ इलाके के रहने वाले यशपाल पिछले साल ही रिटायर्ड हुए थे। इससे पहले वो कृषि विभाग में बीज भंडार गोदाम के पद पर कार्यरत थे। उन्होंने अपनी बेटी सुमन की शादी तय की थी। जिसको लेकर उन्होंने पूरी तैयारी भी कर ली थी। इसी दौरान उनको दिल का दौरा पड़ा।
भाई ने पूरी की सभी रस्म
मीडिया के अनुसार जब परिजन यशपाल को डॉक्टर के पास ले गए तो वहां उनको मृत घोषित कर दिया गया। इधर तबीयत खराब होने के बाद से ही शादी में शामिल लोग परेशान थे। सुमन अपनी पिता के तबीयत की स्थिति जानना चाहती थी। लेकिन परिस्थिति देखते हुए उसके बड़े भाई ने अपनी बहन का कन्यादान सहित सभी रस्मों को पूरा किया।
गमगीन माहौल में शादी होने के बाद सुमन को उसके भाई ने विदा किया। हालांकि विदाई तक सुमन को यशपाल की मौत के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। इस वजह से वो विदाई के वक्त रोते हुए बार-बार कह रही थी कि बस एक बार पापा से गले लग लेने दो। सुमन की आंखें अपने पापा को बार-बार खोज रही थी। वो अपने पिता से मिलने की जिद कर रही थी। इसके साथ ही सुमन रोते हुए कह रही थी कि मैं जा रही हूं मेरे पापा का ख्याल रखना। वहीं सुमन को समझाते हुए परिवार वाले कह रहे थे को वो जल्दी ही ठीक होकर घर वापस आएंगे।
सुमन की विदाई के बाद यशपाल के शव को घर लाया गया। शव घर आने के बाद सुमन की इसकी जानकारी दी गई। बीते मंगलवार को यशपाल का अंतिम संस्कार कर दिया गया।