MahaKumbh 2025: मालवीय पुष्प प्रदर्शनी में फूलों से बनेगा काशी विश्वनाथ धाम, कुंभनगरी, 300 से अधिक प्रजातियों का होगा प्रदर्शन...
वाराणसी, जिला ब्यूरो। महामना की बगिया में पुष्पों के धागे में आस्था के मोती पिरोए जाएंगे। महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती पर मालवीय भवन में होने वाली मालवीय पुष्प प्रदर्शनी इस वर्ष बाबा विश्वनाथ और कुंभ को समर्पित होगी।
पिछला आयोजन अयोध्या के श्रीराम मंदिर पर आधारित था, लेकिन इस बार 25 से 27 दिसंबर तक होने वाले आयोजन में फूलों से भव्य श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर बनाएंगे और विहंगम कुंभनगरी भी सजाएंगे। विश्वनाथ मंदिर आठ फीट ऊंचा और आठ फीट चौड़ा रहेगा, इसमें गर्भगृह भी होगा।
भोलेनाथ की पूजा कैसे की जाती है, यह भी दिखाने की कोशिश होगी। 10 फीट ऊंची और आठ फीट चौड़ी कुंभनगरी जनता का ध्यान खींचेगी। कुंभ का बड़ा पोस्टर होगा और पताका भी फहराएंगे। दो तरफ मोर बनाएंगे और पर्यावरण सरंक्षण का संदेश देंगे।
300 से अधिक प्रतियोगी प्रदर्शनी को रोमांचक बनाएंगे। 40 हजार से अधिक लोगों के शामिल होने का अनुमान है। यह आंकड़ा बीते आयोजन से 20 प्रतिशत अधिक होगा। विश्वविद्यालय श्रेणी में 82 प्रतियोगियों ने पंजीकरण करा लिया है, इनमें बीएचयू के कई हास्टल और विभाग शामिल हैं।
बाहरी प्रतियोगियों के लिए 23 दिसंबर तक पंजीकरण की सुविधा दी गई है। कार्यक्रम स्थल पर सीसीटीवी लगाए जाएंगे। हर प्रवेश द्वार पर पहली बार विजिटिंग कार्ड की व्यवस्था होगी, कार्ड पर लिखा होगा कि पुष्प प्रदर्शनी में आपका स्वागत है... उसे प्रत्येक आगंतुक को दिया जाएगा।
इस नवाचार से पता चलेगा कि वास्तव में प्रदर्शनी में कितने लोगों ने भागीदारी की है। गमले में औषधीय पौधे, फल व सब्जी उगाना सिखाएंगे, इसकी जानकारी के लिए विशेष काउंटर पर उद्यान विभाग के विशेषज्ञों की तैनाती होगी।
तीन दिवसीय आयोजन में 300 से अधिक प्रजातियां प्रदर्शनी में शामिल की जाएंगी, इसमें सब्जी की 38 प्रजाति, औषधीय पौधा 18 और फल की 12 प्रजातियां शामिल हैं। विजेताओं को विवि प्रशासन की ओर से पुरस्कृत भी करेंगे। सभी कटे पुष्प, पुष्प सज्जा, फल, सब्जी व वास्तु कला आदि के नमूने प्रतियोगी कार्ड सहित लगाए जाएंगे।
बीएचयू के उद्यान विभाग में पुष्प प्रदर्शनी के लिए तैयार किए जा रहे गमले
आप भी हो सकते हैं प्रतिभागी
प्रदर्शनी में वाराणसी मंडल की सभी संस्थाएं एवं नागरिक हिस्सा ले सकते हैं और संस्था से संबंधित उनके परिवार के सदस्य क्लास 1 से 4 तक में भाग नहीं ले सकते हैं। किसी भी वर्ग में तीन प्रतियोगी मात्र की स्थिति में केवल एक विशेष पुरस्कार दिया जाएगा। यह नियम कलात्मक पुष्प सज्जा, मंडप ग्रुप आदि में लागू नहीं होगा।
पुष्प प्रदर्शनी सदस्य सचिव प्रो. सरफराज आलम ने कहा कि पुष्प प्रदर्शनी की रूपरेखा तय हो चुकी है। 23 दिसंबर के बाद प्रतियोगी भी तय कर दिए जाएंगे। इस बार आयोजन में कई नई प्रजातियों के बारे में सीखने का अवसर मिलेगा।
गेरूआ रंग में दिखेंगे सभी गमले
प्रदर्शनी के सभी गमले गेरूआ रंग में दिखेंगे। बड़े आकार का नमूना खुद निरस्त हो जाएगा। गमला का आकार 12 इंच से (व्यास 30 सेमी) से बड़ा नहीं होना चाहिए अर्थात गमले का ऊपरी व्यास 12 इंच और ऊंचाई 10 इंच या 30 सेमी से ऊपरी व्यास होनी चाहिए। कोई भी पौधा जो जमीन से उठाकर गमले में लगा दिखाई देगा, अयोग्य समझा जायेगा।