UP News: मुख्यमंत्री से शिकायत, कुशीनगर की मदनी मस्जिद के निर्माण पर छाया विवाद...
ब्यूरो, हाटा। मुख्यमंत्री से शिकायत के बाद हाटा की मदनी मस्जिद के निर्माण को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कोतवाली हाटा के बिल्कुल करीब निर्माण स्थल की प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में सुबह दस बजे से शाम चार बजे तक राजस्व टीम ने पैमाइश की। इस दौरान किनारे रखे गए कटरैन व बांस बल्लियां हटवा दी गईं।
देर शाम पहुंचे डीएम व एसपी ने पैमाइश के दौरान मौजूद रहे अधिकारियों से बंद कमरे में बात कर पूरी जानकारी ली। हिंदूवादी भाजपा नेता रामबचन सिंह ने बीते 17 दिसंबर को मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की थी कि, हाटा नगर में सरकारी भूमि पर एशिया की सबसे बड़ी मदनी मस्जिद बनाई जा रही है।
इसके बाद रात को ही डीएम विशाल भारद्वाज व एसपी संतोष कुमार मिश्र टीम के साथ मौका देखने पहुंच गए। बुधवार को पैमाइश कराने का निर्णय लिया गया। एडीएम वैभव मिश्र, एडीशनल एसपी रितेश कुमार सिंह व पुलिस टीम की मौजूदगी में नगरपालिका के वार्ड नंबर 21 में जहां मस्जिद का निर्माण हुआ है, उसकी पैमाइश की गई।
मस्जिद का चार मंजिला भवन है। इसके दक्षिण सरकारी भूमि है, पूरब कोतवाली हाटा के नाम भूमि है। मस्जिद निर्माण करने वाले पक्ष ने सरकारी भूमि पर डाले गए कटरैन को पैमाइश शुरू होते खुद हटवा दिया। मुस्लिम पक्ष की ओर से अधिवक्ताओं ने अधिकारियों को कागजात दिखाए।
हाटा नगर के करमहा तिराहे पर भूमि पैमाइश के दौरान मौजूद बाएं पांचवें एसडीएम प्रभाकर सिंह
बताया कि मस्जिद के नाम से 32 डिसमिल भूमि है। 30 डिसमिल पर ही निर्माण हो रहा है। एसडीएम हाटा प्रभाकर सिंह, सीओ कसया कुंदन सिंह, सीओ तमकुहीराज अमित सक्सेना, कोतवाल हाटा सुशील कुमार शुक्ल, तरयासुजान प्रभारी निरीक्षक राज प्रकाश सिंह, रामकोला प्रभारी निरीक्षक आनंद गुप्ता, सेवरही थाना प्रभारी निरीक्षक अमित शर्मा, कसया थाना प्रभारी निरीक्षक गिरिजेश उपाध्याय, कानूनगो संजीवन मिश्र, लेखपाल हाटा रामेंद्र तिवारी, अधिशासी अधिकारी मीनू सिंह आदि मौजूद रहे।
कुशीनगर डीएम विशाल भारद्वाज ने कहा कि शिकायत पर पूरी जमीन की पैमाइश की गयी है। अभी आगे की जांच चल रही है। निर्माण सरकारी भूमि पर हुआ है या नहीं, सभी सरकारी अभिलेखों का परीक्षण करने के बाद ही इसे तय किया जा सकेगा। जांच चल रही है, कुछ समय लगेगा। जो भी सच होगा जल्द ही सभी के सामने आ जाएगा।नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
2002 से चल रहा मस्जिद का निर्माण
स्थानीय लोगों के अनुसार 2002 में मस्जिद का निर्माण शुरू हुआ। 2004 से मुस्लिम समाज के लोग यहां नमाज अदा करते आ रहे हैं।
पहले भी हो चुकी है पैमाइश
बताया जा रहा कि इससे पहले भी मस्जिद निर्माण को लेकर शिकायत हुई थी। अलग-अलग लोगों की ओर से छह बार शिकायत की गई। हर बार प्रशासन की मौजूदगी में भूमि की पैमाइश की गई।
एक नजर इधर भी
* निर्माण कराने वाले पक्ष ने कहा, 32 डिसमिल भूमि पर कराया जा रहा है निर्माण
* हिंदू नेता ने किया था पोस्ट, सरकारी भूमि पर बन रही एशिया की सबसे बड़ी मस्जिद
* मौके पर जमे रहे एसडीएम व 13 थानों की पुलिस टीम भी रही मुस्तैद
* निर्माण स्थल सटे एक ओर कोतवाली हाटा के नाम व दूसरी ओर खाली सरकारी भूमि
बोले विधायक जी
हाटा के विधायक मोहन वर्मा ने कहा कि सरकारी भूमि के एक हिस्से पर मस्जिद का निर्माण किया जा रहा है। किसी भी दशा में सरकारी भूमि पर अतिक्रमण नहीं होने दिया जाएगा। भूमि की पैमाइश राजस्व टीम द्वारा किए जाने की जानकारी मिली है। रिपोर्ट सार्वजनिक होने पर वास्तविकता सामने आ जाएगी। उसके बाद कदम उठाया जाएगा।