'काटी रात मैंने खेतों...' गाने पर स्कूल में टीचर्स ने बनाई रील, 3 शिक्षिका हुई ससपेंड, वीडियो हो गया वायरल...
Hapur News: आजकल सोशल मीडिया पर रील्स बनाने का ट्रेंड सर चढ़कर बोल रहा है। इस चक्कर में लोग कभी बिल्डिंग पर चढ़ जाते हैं तो कभी रोड पर टशन मारते दिख जाते हैं। लेकिन हालिया मामला इन सब से जुड़ा है। दरअसल, सोशल मीडिया पर एक VIDEO सामने आया है जिसमें 3 टीचर्स FLN ट्रेनिंग के दौरान स्कूल में रील बनाती हुई दिख रही हैं। इस वीडियो के सामने आने के बाद इन शिक्षिकाओं को सस्पेंड कर दिया गया।
दरअसल, पूरा मामला यूपी के हापुड़ जिले का है। जहां विभागीय प्रशिक्षण के दौरान 3 शिक्षिकाओं ने एक रील बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी, जो वायरल हो गई। इस वीडियो में तीनों शिक्षिकाएं स्त्री 2 के वायरल गाने 'काटी रात मैंने खेतों में तू आई नहीं' पर रील बना रही हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि ये वीडियो ट्रेनिंग के दौरान बनाया गया है। बाद में वायरल होती ये रील जब अधिकारियों तक पहुंची तो तीनों शिक्षिकाओं को बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) ने निलंबित कर दिया। टीचर्स के ऊपर हुई इस कार्रवाई से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया।
गौरतलब है कि हाल ही में इंस्टाग्राम पर एक वीडियो सामने आया था, जिसमें तीन शिक्षिकाएं मौजूद थीं. बता दें ये तीनों शिक्षिकाएं हापुड़ ब्लॉक के दो सरकारी स्कूलों में तैनात की गई थीं. जब अधिकारियों ने वीडियो पर संज्ञान लेते हुए मामले की जांच कराई तो मालूम हुआ कि वीडियो तीनों शिक्षिकाओं का है, जिसके बाद उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया।
बीएसए ने दी अनुशासनहीनता पर सख्त चेतावनी
हापुड़ की बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) रितु तोमर ने इस मामले को गंभीरता से लिया और कहा, 'शिक्षक समाज के लिए एक आदर्श होते हैं. उनका आचरण और विचार समाज पर गहरा प्रभाव डालते हैं. शिक्षकों को अपने व्यवहार में सतर्कता बरतनी चाहिए.' उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अनुशासनहीनता को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
शिक्षा व्यवस्था की गरिमा बनाए रखना आवश्यक
इस घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि शिक्षक, जिन्हें समाज में उच्च सम्मान दिया जाता है, क्या उनके आचरण में सुधार के लिए और कठोर नियमों की आवश्यकता है? बीएसए ने शिक्षकों को उनके जिम्मेदारियों की याद दिलाते हुए कहा कि उनकी भूमिका न केवल विद्यार्थियों को शिक्षित करने की है, बल्कि एक आदर्श नागरिक के रूप में समाज का मार्गदर्शन करने की भी है।