वाराणसी-प्रयागराज समेत सात जिलों के धार्मिक क्षेत्र को योगी कैबिनट की मिली मंजूरी, कई अन्य प्रस्ताव भी महाकुंभ में हुए पास...
महाकुंभ में आज बुधवार को हुई योगी कैबिनेट की बैठक में कई अहम प्रस्ताव पास किए गए। जिसमें प्रयागराज हेतापट्टी से सलोरी तक गंगा पर पुल, संगम के पास अरैल में भी एक सामानंतर पुल को मंजूरी दी गई है। वाराणसी, प्रयागराज समेत सात जिलों को धार्मिक क्षेत्र की मंजूरी मिली है। प्रयागराज, वाराणसी और आगरा में मल्टी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल और मुरादाबाद में 10 हजार करोड़ का निवेश का प्रस्ताव पास हुआ है।
पहले मेला कार्यालय में होनी थी बैठक, इसलिए बदला गया स्थान
मंत्री परिषद की बैठक बुधवार को महाकुंभ नगर के अरैल स्थित त्रिवेणी पुष्प में हुई। मुख्यमंत्री योगी की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में धर्म क्षेत्र एवं धर्म गलियारा समेत कई अहम प्रस्तावों चर्चा हुई। बैठक के पूरा मंत्री परिषद संगम स्नान के लिए रवाना हुआ। कुंभ-2019 में भी कैबिनेट मेला प्राधिकरण स्थित इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में 29 जनवरी को बैठक हुई थी। उस बैठक में गंगा एक्सप्रेसवे समेत कई प्रस्तावों को मंजूरी मिली थी।
अफसरों के अनुसार, इस बैठक में प्रयागराज को केंद्र में रखकर कई प्रस्तावों चर्चा हुई है। इसमें प्रयागराज एवं वाराणसी समेत सात जिलों को मिलाकर धर्म नगरी, प्रयागराज, वाराणसी, अयोध्या एवं चित्रकूट को मिलाकर धार्मिक सर्किट और संगम क्षेत्र को हमेशा के लिए प्लास्टिक मुक्त रखने समेत कई प्रस्ताव शामिल हैं।
अक्षयवट एवं हनुमान मंदिर में दर्शन-पूजन का कार्यक्रम नहीं
मुख्यमंत्री तथा अन्य मंत्रियों में कुंभ-2019 में संगम स्नान के बाद अक्षयवट तथा हनुमान मंदिर में भी दर्शन-पूजन किया था, लेकिन इस बार ऐसी कोई योजना नहीं है। प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री यहां करीब चार घंटे रहेंगे। वह करीब 11:30 बजे बमरौली एयरपोर्ट पर पहुंचे। वहां से हेलिकॉप्टर से अरैल स्थित त्रिवेणी संकुल पहुंचे। सीएम करीब 3:30 बजे बमरौली एयरपोर्ट से रवाना होंगे। माना जा रहा है कि स्नानार्थियों की सहूलियत को देखते हुए इस तरह का कार्यक्रम तैयार किया गया है।
केशव और ब्रजेश पाठक समेत कई मंत्री बैठक में पहुंचे
बैठक में शामिल होने तथा संगम स्नान के लिए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, औद्योगिक प्रोत्साहन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, नगर विकास मंत्री एके शर्मा, जिले के प्रभारी मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, वित्त एवं संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना, पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री सुनील कुमार शर्मा, राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह समेत कई मंत्री शामिल हैं।
लखनऊ के बाहर चौथी बार हुई मंत्रिमंडल की बैठक
लखनऊ के बाहर चौथी बैठक आज बुधवार को महाकुंभ नगर में हुई। लखनऊ से बाहर पहली बैठक कुंभ-2019 में 29 जनवरी को हुई थी। इसके बाद वाराणसी और अयोध्या में बैठक हुई थी। अब एक बार फिर महाकुंभ नगर में बैठक हुई है।
अक्षयवट खोलने के लिए मंत्रिपरिषद ने प्रयागराज में दी थी मंजूरी
वर्ष 2019 में तीन एक्सप्रेसवे को मिली थी मंजूरीउत्तर प्रदेश को एक्सप्रेसवे राज्य का दर्जा दिलाने में कुंभ नगर में 2019 में हुई बैठक का अहम भूमिका रही। उस बैठक में प्रयागराज से मेरठ के बीच बन रहे 36,000 करोड़ रुपये के गंगा एक्सप्रेसवे के अलावा 14,716 करोड़ के बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे तथा 5,555.16 करोड़ रुपये के गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे को भी मंजूरी मिली थी।
450 वर्षों के अंतराल के बाद आम लोगों के दर्शन के लिए भी मूल अक्षयवट एवं पाताल पुरी को खोले जाने का रास्ता भी साफ हुआ था। प्रस्ताव पारित हुआ था कि इसके लिए प्रधानमंत्री से अनुरोध किया जाए। इसके बाद मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से बात भी की थी।
इसी क्रम में कुंभ स्नान के लिए आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदेश पर मूल अक्षयवट, पाताल पुरी एवं सरस्वती कूप आम लोगों के लिए भी खोल दिया गया। अब लोग कुंभ और महाकुंभ के बाद भी इन मंदिरों में दर्शन-पूजन कर सकते हैं।बैठक में भरद्वाज आश्रम के विस्तार एवं सौंदर्यीकरण, शृंग्वेरपुर में भगवान राम के साथ गले मिलते निषादराज की प्रतिमा लगाने, भरद्वाज आश्रम से चित्रकूट के बीच भगवान से जुड़ीं पहाड़ियों के सौंदर्यीकरण के प्रस्ताव को भी मंजूरी मिली थी। इसी बैठक में उरी फिल्म को टैक्स फ्री करने का भी आदेश जारी हुआ था।