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लखीमपुर में पुलिस अफसरों पर भड़कीं पल्लवी पटेल, कहा- वे सरकारी नौकर हैं, सरकार नहीं...

लखीमपुर में पुलिस अफसरों पर भड़कीं पल्लवी पटेल, कहा- वे सरकारी नौकर हैं, सरकार नहीं...

जिला, ब्यूरो। लखीमपुर खीरी जनपद के थाना मझगईं क्षेत्र के गांव हुलासीपुरवा निवासी रामचंद्र की पुलिस हिरासत में मौत के मामले ने अब राजनीतिक रूप से तूल पकड़ लिया है। शुक्रवार को अपना दल कमेरावादी की नेता और विधायक डॉ. पल्लवी पटेल गांव हुलासीपुरवा पहुंचीं। उन्होंने मृतक रामचंद्र के परिवार से मिलकर पूरी घटना के बारे में जानकारी ली।

डॉ. पल्लवी पटेल ने इस पूरे प्रकरण में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए तीखे प्रहार किए। उन्होंने कहा कि पुलिस का बस चले तो दलित और पिछड़ों के गांव ही उजाड़ दे। विधायक ने कहा कि वह सरकार से मांग करती हैं कि इस घटना में मानवीय संवेदनाओं को तार-तार करने वाले बदतमीज पुलिस अफसरों को निलंबित किया जाए। मुख्यमंत्री ऐसे अफसरों को बुलाकर यह समझाएं कि वह सरकारी नौकर हैं, सरकार नहीं।

डॉक्टर पल्लवी पटेल ने यह भी मांग रखी कि पीड़ित परिवार को 50 लख रुपये का मुआवजा दिया जाए। उन्होंने कहा कि जब तक यह मांगे पूरी नहीं होती हैं, वह लखीमपुर से नहीं जाने वाली हैं। विधायक पल्लवी पटेल ने फोन पर मझगईं थाने के इंस्पेक्टर से नाराजगी भी जताई। उन्होंने मांगें पूरी न होने पर धरना देने की बात भी कही।

यह है पूरा मामला

गांव हुलासीपुरवा निवासी रामचंद्र की मौत पुलिस हिरासत में हो गई थी। पुलिस ने उस पर अवैध तरीके से शराब बनाने के आरोप में कुछ दिन पहले ही गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की थी। परिजनों ने पुलिस की पिटाई से रामंचद्र की मौत होने का आरोप लगाया। इस घटना को लेकर जमकर बवाल हुआ। मझगईं थाने के इंस्पेक्टर ने पूरे गांव को जेल भेजने की धमकी दी थी। इसका वीडियो भी वायरल हुआ।

सीओ धौरहरा पीपी सिंह का वीडियो भी सामने आया था, जिसमें वह मृतक के परिजनों पर भड़कते नजर आ रहे हैं। सीओ कहते हैं कि न मझगईं थानाध्यक्ष सस्पेंड होगा और न निघासन.. न ही 30 लाख रुपये देंगे। सीओ ने आगे कहा कि जितने दिन रखना है डेड बॉडी को रख लो। हम यहां से जा रहे हैं, जो करना है कर लेना। पुलिस की कार्यशैली को लेकर परिजनों में आक्रोश है।