Headlines
Loading...
कानपुर :: अपमान से दुखी ऑटो ड्राइवर ने मांगी इच्छामृत्यु, डीएम ने बना दिया गणतंत्र दिवस का विशिष्‍ट अतिथि...

कानपुर :: अपमान से दुखी ऑटो ड्राइवर ने मांगी इच्छामृत्यु, डीएम ने बना दिया गणतंत्र दिवस का विशिष्‍ट अतिथि...

कानपुर जिला, ब्यूरो। जीवन में सम्मान से बड़ा कुछ नहीं होता। सम्मान खत्म हो जाए तो जिंदगी बेकार है। इसी इरादे के साथ ऑटो चालक राकेश सोनी शुक्रवार को डीएम के पास पहुंचा और इच्छामृत्यु की मांग की। पुलिस के दुर्व्यवहार से अपमानित ऑटो चालक डीएम के सामने अपनी पीड़ा बताते-बताते कई बार फफक कर रोने लगा। वह 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस के दिन इच्छामृत्यु की मांग कर रहा था। ऑटो चालक ने उम्मीद भी नहीं की थी कि डीएम उसकी पीड़ा सुनने के बाद सिर्फ कार्रवाई नहीं बल्कि उसका इतना मान भी बढ़ा देंगे। डीएम ने ऑटो चालक राकेश सोनी को न सिर्फ उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया बल्कि गणतंत्र दिवस पर कलेक्ट्रेट में विशिष्ट अतिथि बनाने का निर्देश भी दिया। नजारत के प्रभारी अधिकारी ने राकेश को 26 जनवरी को सुबह पौने आठ बजे अतिथि के रूप में निमंत्रण भेजकर आमंत्रित किया है।

कलेक्ट्रेट में शुक्रवार को जनसुनवाई चल रही थी। डीएम के सामने फरियादी एक-एक कर अपनी शिकायतें बता रहे थे। हनुमंत विहार निवासी व विश्व हिन्दू परिषद के पूर्व खंड अध्यक्ष ऑटो चालक राकेश सोनी पहुंचा और अप्लीकेशन देकर इच्छामृत्यु की मांग करने लगा। उसने कहा कि गणतंत्र दिवस के दिन फूलबाग स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाए। डीएम के पूछने पर उसने रोते हुए पूरी पीड़ा बताई। डीएम ने कहा कि मामले की जांच निष्पक्ष चल रही है तो ऑटो चालक ने कहा कि एडीसीपी ठीक से जांच कर रही हैं पर वह पुलिस के दुर्व्यवहार से इतना अधिक अपमानित है कि वह जीना नहीं चाहता है। डीएम ने ऑटो चालक को समझाया। कहा, जिंदगी में ऐसे पल आते हैं, जब समझदारी दिखाते हुए आगे बढ़ना होता है। डीएम ने उचित कार्रवाई का आश्वासन देने के साथ ऑटो चालक के दर्द को समझा और उसे वापस घर भेजा। डीएम ने कहा कि उस अपमान के पल को खत्म तो नहीं कर सकता लेकिन, तुम मेरे साथ गणतंत्र दिवस पर कलेक्ट्रेट में झंडारोहण के दौरान रहना। राकेश के लिए विशेष निमंत्रण पत्र भी भेजा गया है।

टीआई ने किया था ऑटो चालक को अपमानित

राकेश सोनी ने डीएम को बताया कि 30 दिसंबर को नौबस्ता चौराहे के पास कुछ ई-रिक्शा चालक सवारी के चक्कर में खड़े थे। इसकी वजह से जाम लग रहा था। मैंने कई बार हॉर्न बजाया और आवाज देकर ई-रिक्शा चालकों को हटने को कहा। मगर एक भी ई-रिक्शा चालक नहीं हटा। उसी समय ट्रैफिक प्रभारी ईश्वर सिंह आए और राकेश की ऑटो में जोरदार डंडा मारा। गाड़ी में लगे पर्दे को डंडे से फाड़ने लगे। जब राकेश ने ट्रैफिक प्रभारी को बताया कि साहब मेरी ऑटो के आगे ई-रिक्शा खड़ा किए हैं। हार्न देने पर भी नहीं हट रहे है। मैं क्या करूं। इतना कहते ही ट्रैफिक प्रभारी भड़क गए और गाली-गलौज व धक्का-मुक्की करते हुए अभद्र भाषा का प्रयोग करके बीच सड़क में अपमानित किया। 31 दिसंबर को इसकी शिकायत कमिश्नर से की है। मामले की जांच एडीसीपी अर्चना सिंह कर रही हैं।

कलेक्ट्रेट में आने-जाने वालों पर रखें नजर

कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई के बाद बाहर निकलते समय डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने मुख्य गेट पर तैनात एलआईयू कर्मियों से भी मुलाकात की। उनका परिचय जानने के साथ कार्यशैली के बारे में जाना। डीएम ने कहा कि कलेक्ट्रेट में आने-जाने वाले सभी लोगों पर नजर रखें। संदिग्ध मिले तो तुरंत जांच पड़ताल कर कार्रवाई करें। अगर कोई भी संदिग्ध मिले तो तुंरत जांच करें तभी अंदर जाने दें।