ज्वाइनिंग लेटर के साथ नौकरी करने पहुंचा युवक अफसरों ने बुलाई पुलिस पैरों तले खिसकी जमीन लखनऊ में दी थी परीक्षा, लाखों ₹ की हुई ठगी...
ब्यूरो कानपुर। राज्य कर विभाग कार्यालय में भर्ती कराने के नाम पर 55 युवक-युवतियों से छह-छह लाख रुपये रुपये ठग लिए गए। इनसे आवेदन भी कराया गया था और उनकी लिखित परीक्षा भी ली गई थी। अभ्यर्थियों को ठगी होने का पता तब चला जब वे ज्वाइनिंग लेने लखनपुर स्थित कार्यालय पहुंचे।
अधिकारियों ने उनके कागजात फर्जी बताए। ठगे गए युवक-युवतियां रिपोर्ट लिखाने की बात कहकर वहां से चली गईं। ठगी करने वालों का गिरोह शहर का ही होने की आशंका है। इसमें एक लड़की के भी शामिल होने की बात सामने आ रही है। इस मामले में राज्य कर विभाग के उपायुक्त प्रशासन ने रिपोर्ट भी दर्ज कराई है।
यह है पूरा मामला
राज्य कर विभाग में मंगलवार को सात युवक और दो युवतियां पहुंचे। इन्हें बताया कि उन्हें कनिष्ठ लिपिक के पद पर ज्वाइन करना है। इनके कागजों को देखा गया तो अधिकारियों को समझ में आया कि वे कागजात फर्जी तरह से जारी किए गए हैं।
अधिकारियों ने उनसे पूछा तो सभी धीरे-धीरे निकल गए। इसमें से विक्रम और आयुष नाम के दो युवक बचे। दोनों लखनऊ के थे। इसमें से लखनऊ में 18 गोपाल नगर कॉलोनी, जल निगम रोड बालागंज का आयुष भी बाहर बात करने की बात कह कुछ देर बाद निकल गया।
इन युवकों के साथ ठगी की गई है। इनके कागजात देखते ही पता चल गया था। विभाग अंग्रेजी में कभी नियुक्ति पत्र जारी नहीं करता। आयोग नियुक्ति करता है। इसके अलावा एक की सीधे खंड 28 में नियुक्ति का आदेश था, जबकि ऐसा नहीं होता। मामले की सूचना पुलिस को भी दी जा चुकी है और राज्य कर मुख्यालय में आयुक्त को भी बता दिया है।
-आरएस विद्यार्थी, अपर आयुक्त, राज्य कर विभाग
5,100 रुपये का आवेदन कराया, 55 ने दी परीक्षा
अंत में लखनऊ का विक्रम बचा, जिसने ठगी की जानकारी दी। उसने बताया कि उन लोगों से 5,100 रुपये का आवेदन कराया गया था। इसके बाद लखनऊ के एक विद्यालय में 55 लोगों की परीक्षा ली गई। सभी से छह-छह लाख रुपये लिए गए।
इसके बाद ज्वाइनिंग लेटर सभी को डाक से मिले। सभी को छह जनवरी को नियुक्ति के लिए कहा गया था। कुछ लोग कल भी आए थे, लेकिन अधिकारियों के न मिलने की वजह से उन्हें लौटा दिया गया था।
विक्रम ने बताया कि उन्हें सोमवार को चकेरी के एक होटल में रोका गया था। इसमें एक लड़की भी थी, जो सभी कुछ देख रही थी। लोगों को सोमवार को कार्यालय दिखाया भी गया था कि यहीं आकर ज्वाइनिंग करनी है।
उसकी बात सुनने के बाद अपर आयुक्त आरएस विद्यार्थी ने कल्याणपुर से पुलिस बुला ली। अधिकारियों ने विक्रम से ठगी की रिपोर्ट लिखाने के लिए कहा, लेकिन वह भी वहां से चला गया। बाद में राज्य कर विभाग की तरफ से कल्याणपुर थाने में इसकी तहरीर दी गई।