लखनऊ :: एक और भाजपा विधायक ने यूपी पुलिस के खिलाफ खोला मोर्चा, गैंगस्टर के समर्थन में उतरे दीनानाथ भाष्कर...
लखनऊ राज्य, ब्यूरो। यूपी में सरकार की तरफ से भले ही कानून व्यवस्था और पुलिस के काम की बार-बार तारीफ की जा रही हो लेकिन खुद भाजपा के विधायक इससे संतुष्ट नजर नहीं आ रहे हैं। योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल तो खुलेआम यूपी पुलिस के सबसे प्रमुख हिस्से एसटीएफ पर ही उंगली उठाते हुए साजिश न करने और सीने पर गोली मारने की चुनौती दे चुके हैं।
भाजपा विधायक योगेश वर्मा हों या नंद किशोर गुर्जर दोनों ही यूपी पुलिस पर संगीन आरोप लगा रहे हैं। अब इसमें नया नाम भदोही की औराई सीट से भाजपा विधायक दीनानाथ भाष्कर का जुड़ गया है। दीना नाथ भाष्कर ने एक गैंगस्टर की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पुलिस की पूरी कार्रवाई को ही कटघरे में खड़ा किया है।
गैंगस्टर के आरोपित और पूर्व उप ब्लॉक प्रमुख नंदलाल पांडेय को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसी को लेकर दीना नाथ भाष्कर पुलिस पर फायर हैं। सोमवार को फेसबुक पर 21 मिनट 53 सेकेंड का वीडियो पोस्ट करते हुए विधायक ने नंदलाल पांडेय की गिरफ्तारी को ही गलत ठहराया। भाजपा विधायक ने अपने वीडियो को यूपी बीजेपी के साथ पीएमओ इंडिया, नरेन्द्र मोदी और नगर विकास मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री एके शर्मा को टैग भी किया है।
औराई के अमवां निवासी नंदलाल पांडेय के खिलाफ कुछ माह पूर्व पुलिस ने कूटरचित दस्तावेज और मृतक को जिंदा दिखाकर बैनामा कराने के मामले में मुकदमा दर्ज किया था। उसके ऊपर गैंगेस्टर का मुकदमा दर्ज किया और बीते गुरुवार को कलक्ट्रेट के मुख्य गेट से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। उसी के बाद से विधायक फेसबुक, ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पुलिस के खिलाफ हमलावर हैं।
भाजपा विधायक ने वीडियो में गैंगस्टर के आरोपी नंदलाल पांडेय को पार्टी का सक्रिय सदस्य बताया। दावा किया कि वे नंदलाल पांडेय का पक्ष इसलिए ले रहे हैं, क्योंकि उनके साथ गलत हुआ है। पुलिस ने दबाव में आकर यह कार्रवाई की है। कहा कि किसी जमीन में गड़बड़ी कर बेचने वाले के खिलाफ कार्रवाई होती है, न कि खरीदने वाले के खिलाफ। यह भी कहा कि जमीन क्रय करने के मामले में उन्होंने कोर्ट से स्टे लिया था, लेकिन उसके बाद साजिश के तहत इनके खिलाफ गैंगस्टर के खिलाफ कार्रवाई कर गिरफ्तारी की गई है।
इस मामले पर भाजपा जिलाध्यक्ष दीपक मिश्रा ने कहा कि पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक में हिस्सा लेने लखनऊ आया हूं। मेरी विधायक जी से फोन से वार्ता हुई थी। इसमें उन्होंने अपनी बातें रखीं। हालांकि अब लौटकर दोनों पक्ष पुलिस व विधायक जी के बातों को सुनने के बाद पार्टी किसी फैसले पर विचार करेगी।
उधर, सपा जिलाध्यक्ष प्रदीप यादव ने कहा कि विधायक जी जिस तरह से गैंगस्टर के आरोपी की गिरफ्तारी को गलत बता रहे हैं। उन्हें उसी तरह सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ गलत कार्रवाई पर भी आगे आना चाहिए था। इस मामले में जिले में भाजपा नेताओं का चरित्र उजागर हो गया है।