महाकुंभ में ठगे गए लोग, 300 गुना महंगी टिकट, 4 गुना चुकाए टेंट और नाव की कीमत, 10 में से 9 हुए ठगी के शिकार, प्रशासन है मौन?...
प्रयागराज जिला, ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जारी महाकुंभ अपने गंतव्य तक पहुंच चुका है। 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के स्नान के बाद कुंभ मेला खत्म हो जाएगा। हर दिन लाखों-करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं।
144 साल बाद हो रहे इस महाकुंभ ने उत्तर प्रदेश को तो मालामाल किया ही है, बल्कि कई और लोगों की बल्ले-बल्ले कर दी। मगर, बेचारे मासूम लोगों को यह नहीं पता कि वह यहां ठगे गए हैं। दरअसल, एक चौंकाने वाला सर्वे सामने आया है। इससे पता चलता है कि महाकुंभ आने वाले अधिकतर शख्स अनजाने में ठग गए हैं।
303 जिलों के लोगों पर सर्वे
बता दें, सर्वे कम्युनिटी प्लेटफॉर्म लोकल सर्कल्स ने किया है। लोकल सर्कल्स ने 303 जिलों से कुंभ आने वाले 49 हजार लोगों पर सर्वेक्षण किया। इनमें से 62 प्रतिशत पुरुष और 38 प्रतिशत महिलाएं थीं। इन लोगों ने हैरान करने वाला खुलासा किया। हर 10 में से 9 को फ्लाइट टिकट के लिए 50 से 300 प्रतिशत तक ज्यादा पैसे चुकाने पड़े है। यानी 87% लोगों ने फ्लाइट टिकट्स पर डेढ़ से चार गुना पैसे खर्च किए। इतना ही नहीं नाव और टेंट में भी ठगे गए।
नियमित किराए से अधिक भुगतान किया
सर्वे में उन लोगों से पूछा गया जिन्होंने हवाई यात्रा से प्रयागराज गए थे, जब आप या आपके परिवार के सदस्य महाकुंभ गए, तो आपने हवाई टिकट के लिए नियमित कीमत से कितना अधिक भुगतान किया? जवाब में महज 13 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्होंने कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं दिया। वहीं फ्लाइट से न जाने वाले सिर्फ 22 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उन्हें ट्रांसपोर्ट और बाकी चीजों के लिए अतिरिक्त खर्च नहीं करना पड़ा।
महाकुंभ के लिए फ्लाइट बुक करना पड़ा महंगा
बीती 28 जनवरी को लोकल सर्किल्स से बात करते हुए हर 10 में से 8 कुंभ यात्रियों ने बताया कि उन्होंने महाकुंभ के लिए फ्लाइट बुक की थी और एयरलाइंस ने उनसे टिकट के लिए 3 से 6 गुना तक ज्यादा किराया वसूला। इसके बाद 2 फरवरी तक दिल्ली से प्रयागराज का फ्लाइट का किराया 40 हजार से घटकर 15 हजार तक आया, लेकिन 11 फरवरी से किराया फिर से बढ़ गया।
प्रयागराज की हवाई टिकट्स पर सामान्य से कितना ज्यादा खर्च किया?
हवाई टिकट की कीमत टिकट खरीदने वालों का प्रतिशत
सामान्य 13%
डेढ़ गुना तक 12%
डेढ़ से दो गुना तक 38%
दो गुने से तीन गुना तक 12%
तीन गुने से चार गुना तक 12%
चार गुने से ज्यादा 25%
फ्लाइट्स की कीमतों के अलावा प्रयागराज में लोगों के रहने के लिए लगाए गए तंबू यानी टेंट और नाव का किराया भी बढ़ा है। ये बढ़ोतरी सबसे ज्यादा 29 जनवरी को मौनी अमावस्या और 3 फरवरी को बसंत पंचमी जैसे खास दिनों पर हुई।
टेंट और होटलों की कीमतें तीन गुनी बढ़ी
रिपोर्ट के मुताबिक, 29 जनवरी को प्रयागराज में टेंट और होटलों की कीमतें तीन-चार गुनी तक बढ़ा दी गई थीं। प्रयागराज में सामान्य दिनों में 2500 से 3000 रुपये में होटल में कमरा मिल जाता है। कुंभ के चलते इन होटलों में एक कमरे का किराया करीब 6 हजार से 7 हजार रुपये तक था। ये किराया 29 जनवरी को 22 हजार रुपये तक पहुंच गया
प्रयागराज में टेंट, होटल में रुकने के लिए सामान्य से कितना ज्यादा खर्च किया?
रहने का किराया लोगों का प्रतिशत (%)
सामान्य 26%
डेढ़ गुना तक 14%
डेढ़ से दो गुना तक 14%
दो गुने से तीन गुना तक 7%
तीन गुने से चार गुना तक 14%
चार गुने से ज्यादा 18%
इसी तरह, प्राइवेट टेंट में एक रात रुकने का किराया मौनी अमावस्या जैसे खास दिनों में 15 हजार रुपये से बढ़कर 45 हजार रुपये तक पहुंच गया। वहीं लक्जरी कॉटेज में तीन रात रुकने और खाने-पीने का पूरा पैकेज 2.40 लाख रुपये तक का था। जबकि डोम सिटी में एक रात का किराया 91 हजार रुपये तक हो गया था।