महाकुंभ के बीच अब प्रयागराज को लेकर बड़ा तोहफा यमुना नदी पर बनेगा नया पुल, नाम होगा- रामसेतु, ये है रूट.. महापौर-गणेश केसरवानी...
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ में उत्तर प्रदेश कैबिनेट की बैठक के बाद पहली बार महाकुंभ नगर में प्रयागराज नगर निगम के सदन की बैठक हुई जिसमें 462 करोड़ रुपये के विकास कार्यों को मंजूरी प्रदान की गई।
प्रयागराज नगर निगम द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक, महापौर उमेश चंद्र गणेश केसरवानी की अध्यक्षता में सोमवार को हुई सदन की बैठक में प्रयागराज में यमुना नदी पर 'रामसेतु' बनाने और साथ ही आध्यात्मिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय आध्यात्म विश्वविद्यालय स्थापित करने का भी प्रस्ताव पारित किया गया।
संगम क्षेत्र के त्रिवेणी संकुल, मेला सर्किट हाउस में हुई बैठक में महापौर गणेश केसरवानी ने कहा, “हम भविष्य का प्रयागराज बनाने जा रहे हैं। आने वाले 50 वर्षों की सोच को लेकर काम कर रहे हैं. 2025-26 के लिए 462 करोड़ की परियोजनाएं मंजूर की गईं हैं।”
उन्होंने बताया, “सदन में पारित हुए प्रमुख प्रस्तावों में शहरी बुनियादी ढांचे को सशक्त बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं को मंजूरी दी गई। नगर निगम क्षेत्र के विभिन्न वार्डों में सड़क और नाली निर्माण के लिए 20 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया, वहीं सीमा विस्तार क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं के विस्तार के लिए 28 करोड़ रुपये मंजूर की योजनाएं मंजूर की गईं।”
उन्होंने बताया कि शहर में 10 करोड़ रुपये की लागत से साहित्य पार्क का निर्माण कराया जाएगा। इसके अलावा, बहुत कम लोगों को पता है कि भगवान राम ने यमुना नदी भी पार की और उसमें स्नान भी किया। इसे देखते हुए प्रयागराज के धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ‘रामसेतु’ पैदल पुल के निर्माण का प्रस्ताव भी ध्वनिमत से पारित किया गया।
गणेश केसरवानी ने बताया कि यह पैदल पुल अरैल तट को यमुना बैंक रोड तट (बोट क्लब) से जोड़ेगा। यह पुल पर्यटकों के लिए सुविधाजनक होगा और नगर निगम की आय में भी वृद्धि करेगा। प्रयागराज के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व को बढ़ाने के लिए सदन ने एक अंतरराष्ट्रीय आध्यात्मिक विश्वविद्यालय की स्थापना का प्रस्ताव भी पारित किया।
बैठक में महापौर के अलावा, विभिन्न वार्डों के पार्षद गण, नगर आयुक्त चंद्रमोहन गर्ग, अपर नगर आयुक्त अरविंद कुमार राय, जोनल अधिकारी संजय ममगई सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।