अक्षय-कैटरीना ने संगम में लगाई डुबकी, एक्ट्रेस बोलीं- भाग्यशाली हूं, जो यहां आई...सोनाली बेंद्रे भी पति संग पहुंची महाकुंभ, लगाई डुबकी...
प्रयागराज महाकुंभ में देश-विदेश के करीब 62 करोड़ लोग अब तक डुबकी लगा चुके हैं। कई बड़े सेलेब्स भी शिरकत कर चुके हैं। इसी कड़ी में सोमवार को कैटरीना कैफ, एक्टर अक्षय कुमार भी महाकुंभ पहुंचे। उन्होंने भव्य कुंभ का नजारा देखा और संगम में पवित्र डुबकी लगाई।
इससे पहले रविवार को बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाली बेंद्रे अपने पति के साथ महाकुंभ पहुंचीं थीं। उन्होंने भी गंगा स्नान किया था। सोनाली बेंद्रे ने महाकुंभ की खूबसूरत फोटोज अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर की, जो कि अब तेजी से वायरल हो रही हैं।
कैटरीना कैफ ने स्वामी का लिया आशीर्वाद
बता दें कि कैटरीना कैफ ने महाकुंभ में परमार्थ निकेतन शिविर में स्वामी चिदानंद सरस्वती और साध्वी भगवती सरस्वती का आशीर्वाद लिया। इस दौरान उनके साथ उनकी सास भी मौजूद रहीं।
अभिनेत्री कैटरीना कैफ ने कहा, "मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मैं इस समय यहां पर आईं। मैं बहुत खुश हूं। ये बहुत ही सुंदर जगह है।"
देखें कुछ तस्वीरें-"केसरी न्यूज 24" द्वारा
अक्षय कुमार ने भी लगाई डुबकी
अभिनेता अक्षय कुमार ने प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के दौरान संगम में पवित्र डुबकी लगाई। मीडिया से बातचीत में अक्षय कुमार ने कहा, "यहां आकर बहुत ही अच्छा लगा। यहां पर बहुत ही अच्छी व्यवस्था है। मैं इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं... इस कुंभ में सभी बड़े-बड़े लोग आ रहे हैं और जो इंतजाम किया गया है वो बहुत ही अच्छा है। मैं सारे कर्मचारी और पुलिस का धन्यवाद करता हूं।"
फिल्म अभिनेत्री सोनाली बेंद्रे भी पति संग महाकुंभ पहुंची
आज अपने पति के साथ फिल्म अभिनेत्री सोनाली बेंद्रे महाकुंभ स्नान करने प्रयागराज पहुंची। उन्होंने अपने परिवार और पति के साथ संगम में दोपहर अमृत स्नान किया।
देखें तस्वीरें, "केसरी न्यूज 24"के सौजन्य से
महाकुंभ में अब तक 62 करोड़ से ज्यादा लोगों ने लगाई डुबकी
पावन संगम के तट पर महाकुंभ का विराट स्वरूप दुनिया देख रही है। आस्था के सबसे केंद्र महाकुंभ में अब तक देश और दुनिया से 62.06 करोड़ श्रद्धालु आ चुके हैं। मेला महाशिवरात्रि यानी 26 फरवरी को खत्म हो जाएगा। सिर्फ दो दिन और बचे हैं।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने रविवार को सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट में कहा, दुनिया के अंदर किसी भी आयोजन में एक निश्चित कालखंड के दौरान इतनी बड़ी संख्या में लोगों का एकत्र होना और उस आयोजन के साथ एकजुट होना, अपने आप में सदी की दुर्लभतम घटनाओं में से एक है।