फिर एक बार भीषण जाम की चपेट में प्रयागराज, सड़कें हुई चोक, कई किलोमीटर पैदल चल कर महाकुंभ पहुंची श्रद्धालुओं की भीड़...
ब्यूरो, महाकुंभ नगर। संगम नगरी प्रयागराज एकबार फिर भीषण जाम की चपेट में आ गई। शहर की सड़कों पर गाड़ियां जाम में फंसी रहीं। दावा किया जा रहा था कि महाकुम्भ के माघी पूर्णिमा स्नान पर्व के बाद जाम से राहत मिलेगी, लेकिन शनिवार को भी यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई। सारी योजना धरी रह गई। संगम से लेकर शहर तक लोग जाम से जूझते रहे। राजमार्गों पर भी कई किलोमीटर वाहनों की कतारें लगी रहीं। शहर में भीषण जाम के संकेत शुक्रवार को मिल गए थे। बीती रात राजमार्गों से महाकुम्भ आने वाली गाड़ियों का रेला पहुंचने लगा तो शनिवार को शहर की सड़कों पर स्थिति भयावह होने का अंदाजा लग गया।
भोर से ही हालात बेकाबू हो गए। शहर के सभी बड़े मार्ग चोक हो गए। शहर को जोड़ने वाले जौनपुर, मिर्जापुर, वाराणसी, रीवा, कौशाम्बी, लखनऊ, प्रतापगढ़ राजमार्गों पर सुबह से कतार लग गई। हजारों की संख्या में बाहर से आए वाहनों के प्रवेश से शहर में हालात बिगड़ गए। स्थिति इतनी खराब हो गई कि शास्त्री ब्रिज, नैनी के नए और पुराने पुल, फाफामऊ स्टील ब्रिज पर यातायात लगभग ठहर गया। पुल जाम हुए तो शहर की सड़कों पर वाहनों की कतार लग गई।
बालसन चौराहा,बांगड़धर्मशाला,जानसेनगंज, सीएमपी, बेली, चौफटका, कालिंदीपुरम, कीडगंज, मुट्ठीगंज जैसे चौराहों को पार करने में लोगों को दो घंटे तक समय लगा। सुबह 10 बजे हालात बेकाबू होने पर पुलिस के अधिकारी चौराहों पर पहुंचे, लेकिन जाम से राहत नहीं दिला पाए। शाम के बाद पुराने शहर की स्थिति बिगड़ने पर लीडर रोड से यातायात रोकना पड़ा। जानसेनगंज चौराहा से पैदल चलने वालों को भी घंटाघर की ओर डायवर्ट किया गया। सिविल लाइंस के सभी मार्गों पर रात तक वाहनों की गति 10 किमी प्रति घंटा से भी कम रही।
बड़े स्नान पर्व की तरह पैदल चलने वालों की भीड़
महाकुम्भ के बड़े स्नान पर्वों की तरह शनिवार को शहर की सड़कों पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली। देर रात से ही कंधा और सिर पर बैग-झोला लादे श्रद्धालु चले आ रहे थे। महाकुम्भ जाने वाले हर मार्ग का आधा हिस्सा श्रद्धालुओं से पटा रहा। रात तक पैदल संगम जाने वालों का क्रम नहीं टूटा।
शहरी बोले, हम नहीं घूम पा रहे मेला
माघी पूर्णिमा स्नान पर्व के बाद महाकुम्भ जाने की योजना बना चुके शहरियों को फिर झटका लगा। लोगों ने सोशल मीडिया पर शहर के विभिन्न मार्गों पर जाम देखा तो महाकुम्भ जाने की योजना को टाल दिया।
ट्रिपल IT चौराहे के रहने वाले डॉ.श्यामबाबू और उनकी पत्नी रेनू केसरवानी बताते हैं कि, एक बार संगम स्नान कर चुके हैं, लेकिन स्नान की इच्छा एक बार फिर से है। जबकि भीड़ अचानक से काफी आ जाने की वजह से उन्हें अपने परिवार के साथ फिर से नहाने का प्रोग्राम बदलना पड़ा।
वहीं म्योराबाद की अनुराधा ने बताया कि बेली चौराहा पर जाम के बारे में पता चला, तभी शहर के बाकी हिस्से में जाम का आभास हो गया। तेलियरगंज के स्वतंत्र मिश्रा भी परिवार के साथ महाकुम्भ जाना चाहते थे। सुबह ही पता चल गया कि पाफामऊ से संगम तक बने गंगा पथ पर वाहनों की कतार लगी है तो महाकुम्भ जाने की योजना को टाल दी। इसी तरह सैकड़ों लोग महाकुम्भ जाना चाहते थे, लेकिन जाम देखकर पीछे हट गए।
सोशल मीडिया पर जाम की पोस्ट हो रही वायरल
सोशल मीडिया के लगभग सभी प्लेटफॉर्म पर शहर का जाम वायरल होता रहा। जाम की फोटो, रील और वीडियो साझा कर लोग रविवार तक घर से बाहर न निकलने की शहरवासियों को सलाह देते रहे। कई लोगों ने जाम की फोटो और वीडियो साझा कर लिखा, अब लग रहा है होली तक ऐसी ही स्थिति रहेगी।