Headlines
Loading...
प्रयागराज से 400 KM दूर जबलपुर में लगा लंबा जाम, महाकुंभ जाने वालों के वाहन फंसे, प्रशासन द्वारा चाय नाश्ते की गई व्यवस्था...

प्रयागराज से 400 KM दूर जबलपुर में लगा लंबा जाम, महाकुंभ जाने वालों के वाहन फंसे, प्रशासन द्वारा चाय नाश्ते की गई व्यवस्था...

जबलपुर। प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के मेले में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं का रेला कम होने की बजाय बढ़ता ही जा रहा है। शुक्रवार और शनिवार के बाद रविवार सुबह से शाम छह बजे तक हालात जस के तस बने रहे। वाहनों और श्रद्धालुओं की संख्या इस कदर बढ़ी कि प्रयागराज से 400 किमी दूर जबलपुर और सिवनी तक वाहनों को रोक दिया गया। भोपाल से आने वाले वाहनों को भी निर्धारित शहरों के बाहर ही रोक दिया गया है। आइजी जबलपुर रेंज, अनिल सिंह कुशवाह के मुताबिक वाहनों की संख्या अत्यधिक बढ़ने से जहां के तहां वाहनों को रोका गया है।

कछुओं की तरह चल रही गाड़ियां

जबलपुर से शनिवार रात नौ बजे निकले वाहन रविवार शाम पांच बजे तक चाकघाट भी पार नहीं कर सके हैं। जबलपुर से 400 किमी दूर प्रयागराज तक वाहन रेंग-रेंग कर चल रहे हैं। पुलिस और प्रशासन ने वाहन सवारों के लिए नाश्ता, चाय-बिस्किट के इंतजाम किए हैं। वाहनों के पास ही सामग्री पहुंचाई जा रही है।

राष्ट्रीय राजमार्ग-30 में भी हालात भीड़ वाले

जबलपुर सिहोरा मार्ग में राष्ट्रीय राजमार्ग-30 में भी हालात भीड़ वाले देखे जा रहे हैं। गांधीग्राम के पास मोहतरा स्थित टोल नाके पर लगभग दो किलोमीटर तक चार पहिया वाहन कारों, बसों एवं अन्य यात्री वाहनों की लंबी कतार लगी है।

इसके अलावा हाईवे सड़क मार्ग पर यातायात विभाग, एनएचआई व स्थानीय प्रश्न द्वारा प्रयागराज मार्ग बंद होने की सूचना अनाउंसमेंट से दी जा रही है।

होटल ढाबों और रेस्टोरेंट में बढ़ी भीड़

हाईवे में इस भीड़ के कारण ढाबों, होटलों, रेस्टोरेंट में भी भीड़ बढ़ गई है। यहां वाहनों का घमासान मचा हुआ है। इसके कारण हाइवे के होटल, रेस्टोरेंट, ढाबे का संचालन शनिवार को पूरी रात जारी रहा।

मप्र और प्रयागराज की सीमा पर 28 किलोमीटर का लंबा 

मप्र और प्रयागराज की सीमा पर बने चाकघाट पर 28 किलोमीटर का लंबा जाम लगा हुआ है। जाम में फंसे लोगों का कहना है कि उन्होंने आठ घंटे में महज 20 किलोमीटर की ही दूरी तय की है। बमुश्किल रविवार की सुबह आठ बजे पहला जत्था प्रयागराज जिले की सीमा में प्रवेश कर पाया।

यहां से भी मेला स्थल करीब 30 किलोमीटर दूर है। प्रयागराज में भी जबर्दस्त जाम की स्थिति है। ऐसे में कुंभ स्थल तक कौन कब तक पहुंच पाएगा कहना मुश्किल है। रविवार की सुबह से ही सतना-कटनी-जबलपुर की ओर से आने वाले वाहनों की संख्या में इजाफा हुआ है।

इस रास्ते कई राज्यों से आ रहे श्रद्धालु

नेशनल हाईवे पर छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक के भी वाहन बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। इस वजह से न केवल रीवा-सतना बल्कि जबलपुर, कटनी, मैहर, नरसिंहपुर, सिवनी के पास से ही वाहनों की रवानगी नियंत्रित की जा रही है।

प्रयागराज में अत्यधिक श्रद्धालुओं के आने और पार्किंग में स्थान नहीं होने के कारण जबलपुर संभाग के सभी जिलों में वाहनों को रोक दिया गया है। स्थान मिलने पर ही धीरे-धीरे बढ़ाए जा रहे हैं। आठ घंटे का रास्ता 20 से अधिक घंटे में तय हो रहा है। संभव हो तो श्रद्धालु फिलहाल प्रयागराज तरफ नहीं जाएं। हालात सामान्य होने पर पुण्य स्नान का लाभ लें। 

अनिल कुशवाह, आइजी, जबलपुर संभाग।।