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17 साल की उम्र में 100 से ज्यादा केस, लड़ना चाहता था चुनाव, कौन है पुलिस एनकाउंटर में मारा गया कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू?...

17 साल की उम्र में 100 से ज्यादा केस, लड़ना चाहता था चुनाव, कौन है पुलिस एनकाउंटर में मारा गया कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू?...

झारखंड राज्य, ब्यूरो। 17 साल की उम्र में अपराध की दुनिया में कदम रख आतंक मचाने वाले झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गया। उसपर 100 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज थे। उसे पुलिस द्वारा छत्तीसगढ़ के रायपुर से रिमांड पर रांची लाया जा रहा था। पलामू जिला के चैनपुर -रामगढ़ रोड पर गैंगस्टर अमन साहू ने भागने की कोशिश की। उसने पुलिस जवान की रायफल छीन उनपर फायरिंग की। जवाबी कार्रवाई में उसे ढेर कर दिया गया।

जानकारी के मुताबिक, कुख्यात अपराधी अमन साहू को रायपुर से पुलिस रिमांड पर पूछताछ के लिए रांची लाया जा रहा था. इसी दौरान पुलिस की गाड़ी दुर्घटना की शिकार हो गई। इसी का फायदा उठाकर अमन साहू जवानhal की राइफल छीन कर भागने की कोशिश कर रहा था। जब पुलिस जवानों ने उसे रोकने की कोशिश की तो उसने पुलिस के जवानों पर ही गोलीबारी शुरू कर दिया, जिसके बाद सुरक्षा कर्मियों ने मोर्चा संभाला और पुलिस की मुठभेड़ में कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू मारा गया।

कुख्यात अपराधी था अमन साहू

अमन साहू काफी कुख्यात अपराधी था। उसने पिछले दिनों झारखंड की राजधानी रांची के बरियातू थाना क्षेत्र में चर्चित कोयला कार्रवाई विपिन मिश्रा पर दिनदहाड़े गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया गया था, इसके बाद झारखंड के ही हजारीबाग जिला में एनटीपीसी के डीजीएम डिस्पैच कुमार गौरव की गोली मारकर घर हत्या कर दी थी। दोनों ही घटनाओं में अमन साहू गिरोह की संलिप्ता को लेकर पूछताछ करने के लिए झारखंड पुलिस के द्वारा रिमांड पर लेकर उसे रायपुर से रांची लाया जा रहा था।

भागने की कोशिश, पुलिस पर की फायरिंग

उनकी गाड़ी जैसे ही पलामू जिला के चैनपुर-रामगढ़ रोड पहुंची। तभी एकाएक पुलिस की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसका फायदा उठाकर गैंगस्टर अमन साहू गाड़ी में मौजूद जवान का हथियार छीनकर भागने लगा, पुलिस द्वारा रोकने पर उसने फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में उसे धेर्ट कर दिया गया। अमन साहू झारखंड की राजधानी रांची के ठाकुरगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत मतवे गांव का रहने वाला है। उसपर झारखंड के विभिन्न जिलों के विभिन्न स्थानों में 100 से ज्यादा केस दर्ज हैं।

वारदात के बाद सोशल मीडिया पर देता था जानकारी

अमन साहू गिरोह के द्वारा झारखंड पुलिस के साथ-साथ झारखंड में कोयले का कारोबार करने वाले व्यापारी, ट्रांसपोर्टर, ठेकेदारों के साथ-साथ रियल एस्टेट कारोबारी और बिल्डर भी परेशान थे. सभी वर्गों सेवा रंगदारी के रूप में वसूली करता था, नहीं मिलने पर हत्या जैसे संगीन अपराध को अपने गुर्गों के माध्यम से अंजाम दिलवाया करता था. उसके गैंग से जुड़े हुए अपराधियों के द्वारा किसी बड़ी घटना को अंजाम देने को सोशल मीडिया के माध्यम से घटना की जिम्मेदारी भी ली जाती थी।

6 जेलों में किया जा चुका था शिफ्ट

अमन साहू का झारखंड और खास करके कोयला से जुड़े कंपनी और व्यापारियों के बीच डर और दहशत था। कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को अब तक झारखंड पुलिस के द्वारा करीब आधा दर्जन से ज्यादा जेलों में समय-समय पर उसे ट्रांसफर किया गया। 13 अक्टूबर 2024 को चाईबासा जेल से उसे रायपुर (छत्तीसगढ़) जेल शिफ्ट किया गया था। कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू विधानसभा चुनाव भी लड़ना चाहता था, उसने बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए पर्चा भी खरीदा था, हालांकि उसे न्यायालय के द्वारा अनुमति नहीं मिली थी।