लखनऊ : रायबरेली जिले में डंपर ने ऑटो में मारी टक्कर, 3 सीटर ऑटो पर बैठी थीं 11 सवारियां... ऑटो ओवरलोड की वजह से होती है दुर्घटनाएं...
रायबरेली, जिला ब्यूरो। रायबरेली-टांडा हाईवे पर सोमवार की सुबह हुए हादसे की जांच में प्रथम दृष्टया डंपर चालक की लापरवाही उजागर हुई है। हादसे के बाद डंपर चालक को पकड़ लिया गया। बताते हैं कि हाईवे पर बाएं चल रहा चालक अचानक डंपर लेकर दाहिने घूम गया और सामने से आ रहे ऑटो से टकरा गया। ऑटो तीन सीटर का था लेकिन उस पर 11 लोग सवार थे।
इन्हीं ऑटो ड्राइवरों की वजह से होती हैं ज्यादा दुर्घटनाएं। ये ज्यादा कमाने के लालच में सवारी को समझा बुझाकर ऑटो में ठूंसकर बैठा लेते हैं। और हाइवे पर स्पीड से ऑटो चलाते हैं, जिसकी वजह से एक्सीडेंट होते हैं। और यह सब पुलिस और आरटीओ की नाक के नीचे चलता है।
सोमवार की सुबह लालगंज की ओर से आ रहे डंपर और रायबरेली की ओर से जा रहे पांच सीटर ऑटो में भिडंत हो गई। हादसे में ऑटो चालक समेत चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। एक घायल ने एम्स में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। हादसा इतना जोरदार था कि ऑटो के परखच्चे उड़ गए।
हादसे के बाद मौके पर जांच करने के लिए सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रवर्तन मनोज कुमार सिंह की टीम पहुंची और बताया कि डंपर सुल्तानपुर जिले का था। बोले कि चालक नशे में था या उसे झपकी आ गई थी, यह तो जांच के बाद पता लगेगा, लेकिन डंपर चालक के रांग साइड जाने से इतना बड़ा हादसा हुआ।
ओवरलोडिंग से बेकाबू हो गया ऑटो
लालगंज के गंगापुर बरस के पास हुए दर्दनाक हादसे के दौरान ऑटो पर चालक समेत 11 सवारियां बैठी थीं। कई लोगों का कहना है कि ऑटो चालक ने बचने का भले ही प्रयास किया हो, लेकिन ओवरलोड और ज्यादा स्पीड में होने के कारण वह ऑटो को नियंत्रित नहीं कर पाया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हादसा कुछ सेकेंड में हो गया। ऑटो में बैठी सवारी कुछ समझ ही नहीं सकीं। चीख-पुकार मची तो आसपास खड़े लोग मदद के लिए दौड़े। बताते हैं कि ऑटो में पीछे की सीट के आगे पटरा लगा था और उस भी सवारियां बैठी थीं।
चालक के ब्लड सैंपल की लखनऊ में होगी जांच
हादसे के बाद पुलिस की पकड़ में आए डंपर चालक ग्राम सुल्तानपुर के कूरेभार निवासी संतोष यादव को कोतवाली ले जाया गया। इसके बाद उसे सीएचसी लालगंज में उसका ब्लड सैंपल लिया गया। एएसपी संजीव कुमार सिन्हा ने बताया कि डंपर चालक के ब्लड को जांच के लिए लखनऊ विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जाएगा। इससे पता लगेगा कि उसने कोई नशा किया था या उसको झपकी आई थी। कोतवाली प्रभारी लालगंज संजय सिंह ने बताया कि अभी कोई तरहरीर नहीं मिली है।