वाराणसी के गोदौलिया क्षेत्र में महाकुंभ के दौरान 3 महिला कांस्टेबल ने किया कमाल, हजारों लोगों को उनके परिवार से मिलाया...
जिला, ब्यूरो। वाराणसी के काशी विश्वनाथ धाम और गंगा घाट पर 12 फरवरी से 27 मार्च तक भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे. इस दौरान वाराणसी के गोदौलिया क्षेत्र पर नियमित श्रद्धालुओं की लाखों की संख्या में भीड़ देखी जा रही थी। ऐसे स्थल पर भीड़ को नियंत्रित करने के साथ-साथ खोया पाया केंद्र के माध्यम से लोगों को उनके परिजनों से मिलवाने की भी पुलिस कर्मियों पर बड़ी जिम्मेदारी रही। ऐसे में गोदौलिया क्षेत्र में तैनात 3 महिला कांस्टेबल ने कुछ ऐसा किया है जिसके बाद उनकी खूब तारीफ हो रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गदौलिया क्षेत्र में रायबरेली की निवासी शिवानी सिंह, प्रयागराज की निवासी जया त्रिपाठी और अंबेडकर नगर की निवासी लक्ष्मी तिवारी तैनात रही। इन तीनों महिला कांस्टेबल ने न सिर्फ बिना छुट्टी लिए तकरीबन 18-18 घंटे तक ड्यूटी पर तैनात रही बल्कि 45 दिन की अवधि के दौरान एक भी अवकाश नहीं लिया।
बिछड़े लोगों को परिवार से मिलवाया
महाकुंभ के दौरान इन्होंने कुल 4250 लोगों को उनके परिजनों से मिलवाया। यह इसलिए भी आसान नहीं हैं क्योंकि खोया पाया केंद्र पर एक के बाद एक लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही थी, और दूसरी तरफ यह तीनों महिला कांस्टेबल हिंदी भाषी क्षेत्र से थी जबकि अलग-अलग शहरों से आने वाले लोग अलग-अलग भाषाओं के माध्यम से अपने परिजनों से मिलना चाहते थे।
वाराणसी में लगातार बढ़ रहा था भीड़ का दबाव
प्रयागराज महाकुंभ के दौरान जैसे ही काशी में पलट प्रवाह शुरू हुआ भारी संख्या में श्रद्धालु वाराणसी पहुंचे थे। 1.5 महीने की अवधि के दौरान कोई भी ऐसा दिन नहीं जब गोदौलिया क्षेत्र में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ नहीं रही हो। सुबह से लेकर देर रात तक यहां भीड़ को नियंत्रित करना आसान नहीं था। ऐसे में इन महिला कांस्टेबल ने सोशल मीडिया के साथ-साथ अपने परिजनों से बिछड़े हुए लोगों के पास रखे सामान व अपनी बुद्धिमानी से उनको परिजनों से मिलवाया। साथ ही अपनी शिफ्ट पूरा करने के बाद भी यह एक लंबी अवधि तक ड्यूटी पर तैनात रहे। अब इनके कार्य की चर्चा पूरे जनपद में हो रही है।