यातायात सिपाही ने बुलेट पर की ट्रिपलिंग, किसी ने नहीं पहना हेलमेट, वीडियो वायरल होने के बाद ARTO ने काटा भारी-भरकम चालान...
जिला ब्यूरो औरैया। परिवहन विभाग की तरफ से लोगों को यातायात के नियम न तोड़ने को लेकर जागरूक किया जा रहा है, लेकिन अब परिवहन विभाग के ही कर्मचारी नियमों को तोड़ रहे है। शनिवार शाम परिवहन विभाग का सिपाही व एक कर्मचारी समेत तीन का बिना हेलमेट बाइक चलाने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। अब इसपर एआरटीओ सुधेश तिवारी ने 20,500 रुपये का चालान किया है।
बाइक मुहल्ला सत्तेश्वर के रवि कुमार की है। परिवहन विभाग में तैनात प्रवर्तन सिपाही सुमित राय की अचानक आवास विकास स्थित घर में तबीयत खराब हो गई, क्योंकि वह ब्लड प्रेशर के मरीज है। तभी वहां से रवि कुमार का छोटा भाई राहुल कुमार बाइक से गुजर रहा था तो सुमित राय के साथ प्रवर्तन सुपरवाइजर अशोक कुमार ने उससे लिफ्ट मांगी तो उसने दोनों को बैठाकर शहर स्थित जिला संयुक्त चिकित्सालय लेकर जाने लगा। जिसका फोटो किसी ने सोशल मीडिया पर वॉयरल कर दिया।
एआरटीओ ने काटा 20,500 ₹ का चालान
इसके बाद देर रात एआरटीओ ने अलग-अलग नियमों के उल्लंघन में 20,500 रुपये का चालान कर दिया। एआरटीओ सुधेश तिवारी ने बताया कि नियम सबके लिए समान है। चालान की राशि पांच-पांच हजार कर्मचारियों को देना होगा और बाकी वाहन मालिक को जमा करना पड़ेगा।
इन नियमों के उल्लंघन में हुआ चालान
1- मोटर वाहन अधिनियम की धारा 3 या 4 के उल्लंघन- 5000 हजार ₹
2- बाइक चलाते समय मोबाइल उपयोग करने पर- 1000 हजार ₹
3- वायु प्रदूषण के मानकों का उल्लंघन करने पर- 10,000 हजार ₹
4- बाइक में एक से अधिक लोगों को बैठाने के मामले में 1000 हजार ₹
5- हेलमेट न पहनने पर- 1000 हजार ₹
6- बाइक को को खतरनाक तरीके से चलाने पर- 2500 हजार ₹
यातायात नियमों का पालन करने, हेलमेट का प्रयोग करने के महत्व के बारे बताया
दिबियापुर में विवेकानंद ग्रामोद्योग महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा गांव पूर्वा जोरन में चल रहे सात दिवसीय विशेष शिविर के तीसरे दिन सड़क सुरक्षा अभियान के अंतर्गत जागरूकता रैली निकाली गई। रैली को ग्राम प्रधान आदित्य कुमारी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
रैली में स्वयं सेवकों ने सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए नारे लगाए। जिनमें सड़क सुरक्षा, जीवन की रक्षा, तेज रफ्तार, दुर्घटना का द्वार, हेलमेट लगाओ, जान बचाओ जैसे संदेश शामिल रहे। स्वयंसेवकों ने ग्रामीणों को सड़क पर सुरक्षित रूप से चलने, यातायात नियमों का पालन करने और हेलमेट, सीट बेल्ट का प्रयोग करने के महत्व के बारे में बताया।