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लव मैरिज के छठे दिन ही महिला डॉक्टर की मौत बाथरूम में ऐसे हाल में मिली लाश, बार-बार पति ने कही ये एक बात...

लव मैरिज के छठे दिन ही महिला डॉक्टर की मौत बाथरूम में ऐसे हाल में मिली लाश, बार-बार पति ने कही ये एक बात...

लखनऊ, ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में शादी के छठे दिन महिला डॉक्टर का शव संदिग्ध हालात में ससुराल में बाथरूम में पड़ा मिला। जीवित होने की उम्मीद में पति उसे मेडिकल कॉलेज ले गया, लेकिन चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

माना जा रहा है कि बाथरूम में गैस गीजर के सिलिंडर में लीकेज के कारण दम घुटने से नवविवाहिता की मौत हुई है। मूल रूप से शहर के वंशीनगर निवासी आदित्य विक्रम सिंह पिछले कुछ वर्ष से लखनऊ के गोमती नगर इलाके में सरस्वतीपुरम में रहते हैं।

उन्होंने अपनी पुत्री डॉ. अजिता सिंह की शादी दो मार्च को लखनऊ के इंदिरागांधी प्रतिष्ठान में हरदोई के सिविल लाइंस निवासी अंकित वाजपेयी के साथ की थी। अंकित कपड़ा व्यापारी हैं।

नहाने गई थी महिला डॉक्टर

शादी के बाद पांच मार्च को रिसेप्शन हुआ था। बृहस्पतिवार को चौथी की विदा में सुबह डॉ. अजिता वंशीनगर स्थित घर गई थी और रात में अंकित उसे वापस विदा कराकर ले आया था। शुक्रवार सुबह डॉ. अजिता नहाने गई थी। काफी देर तक बाहर न निकलने पर दरवाजा तोड़कर देखा गया तो अजिता बेसुध पड़ी हुई थी।

पति ने फौरन ही उसे मेडिकल कॉलेज ले गया। यहां ड्यूटी पर तैनात डॉ. विकास ने उसे मृत घोषित कर दिया। मायके वालों को घटना की जानकारी दी गई, तो मृतका का भाई अभय विक्रम सिंह मौके पर पहुंच गया। अंकित वाजपेयी का कहना है कि बाथरूम में गैस गीजर लगा था, लेकिन सिलिंडर नहीं था।

गैस के रिसाव के कारण दम घुटने से हुई अजिता की मौत

बृहस्पतिवार रात ही सिलिंडर की व्यवस्था कर बाथरूम में लगवा दिया था। उसे यही लग रहा है कि गैस के रिसाव के कारण दम घुटने से अजिता की मौत हुई है। घटना से मृतका का पति अंकित और भाई अभय बदहवास हो गए।

14 साल की नजदीकियों के बाद हुई थी शादी
मृतका और उसके पति के परिजन घटना को लेकर सकते में हैं। दरअसल अंकित वाजपेयी और अजिता की दोस्ती लगभग 14 साल पुरानी थी। अजिता बीएएमएस करने के बाद लखनऊ के एक प्रतिष्ठित अस्पताल में नौकरी कर रही थी, जबकि अंकित ने भी व्यापार में अपना स्थान बना लिया था।

दोनों के परिजनों ने जाति की सीमाओं को दरकिनार कर शादी के लिए हामी भरी थी। भव्य समारोह में दोनों की शादी हुई थी। शव देखकर अंकित बार बार यही कह रहा था कि 14 साल बाद मिली और छठे दिन ही चली गई।