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श्री काशी विश्वनाथ धाम परिसर में जंसा थाने में तैनात दरोगा हरेश्वर दुबे से अभद्रता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल,अजय रॉय ने निंदा की

श्री काशी विश्वनाथ धाम परिसर में जंसा थाने में तैनात दरोगा हरेश्वर दुबे से अभद्रता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल,अजय रॉय ने निंदा की

श्री काशी विश्वनाथ धाम परिसर में जंसा थाने में तैनात दरोगा हरेश्वर दुबे से अभद्रता का वीडियो किसी ने सोशल मीडिया पर साझा किया, जो वायरल हो रहा है। पीड़ित दरोगा के मुताबिक, रंगभरी एकादशी के दिन मंदिर परिसर में हाथ पकड़ कर खींचा गया। धक्का दिया गया। धाम के अधिकारियों से कहा, हमारी भी प्रतिष्ठा है। चोट लगी है। कोई सुनने को तैयार नहीं था। नौ-दस महीने ही नौकरी बची है, इसलिए शांत हो गया।

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में मंदिर से जुड़े अधिकारी एक बैरिकेडिंग हटाकर धाम परिसर में आते दिख रहे हैं। वहां तैनात दरोगा हरेश्वर दुबे अधिकारियों को पहचान नहीं पाते और उन्हें रोकने लगते हैं। यही अधिकारियों को नागवार गुजरा। आरोप है कि निजी सुरक्षाकर्मियों के साथ आए अधिकारियों ने दरोगा को धक्का दिया और बैरिकेडिंग हटाकर आगे बढ़ गए।

दरोगा को पकड़कर खींचा और दूसरी तरफ ले जाया गया। इस वाकये को कतार में लगे श्रद्धालु भी देखते रहे। दरोगा के साथ दुर्व्यवहार की घटना धाम में लगे सीसी कैमरों में कैद हो गई। इसका वीडियो फुटेज अब वायरल हो रहा है। पीड़ित दरोगा का कहना है कि शिकायती पत्र भी दिया था, लेकिन अधिकारियों ने समझाना शुरू कर दिया।

शिकायत वापस लेने को कहा। मैंने तो धाम के अधिकारियों से कहा था कि आप लोगों को पहचाना ही नहीं था। यह वीडियो कब का है, इसकी पुष्टि अमर उजाला नहीं करता है।

अधिकारियों ने कहा समझौता कर लीजिए

जंसा थाने में तैनात दरोगा हरेश्वर दुबे ने बताया कि मैं एक दिन के लिए रंगभरी एकादशी की ड्यूटी करने गया था। मैंने तो अधिकारियों को पहचाना ही नहीं। बैरिकेडिंग हटाकर उन्होंने आने का प्रयास किया तो मैंने रोक दिया। इसपर उन्होंने अपशब्द बोलते हुए कहा कि पहचान नहीं रहे हो। फिर खींचते हुए दूसरी तरफ ले गए। धक्का देने लगे तो हमने कहा कि भाई हमारी भी प्रतिष्ठा है।

मैंने यह बात अपने बच्चों से भी नहीं बताई है। यह पुलिस महकमे की बदनामी है। हमने लिखकर अपनी शिकायत दी थी तो अधिकारियों ने पढ़कर उसको रख लिया और हमको ही समझाने लगे। पूरी घटना मंदिर के सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड है। अगर अधिकारियों को जांच करनी होगी तो इससे बड़ा सबूत कुछ और नहीं हो सकता है।

वीडियो संदिग्ध है। इसका स्रोत, तिथि एवं समय ज्ञात नहीं है। ऐसा कोई वीडियो या फुटेज मंदिर कंट्रोल रूम से जारी नहीं किया गया है। जहां तक वीडियो के साथ लिखे शब्दों का प्रश्न है, ऐसा कोई कथन कभी नहीं कहा गया। इसके साथ लिखी मारपीट जैसी कोई घटना कभी नहीं घटी है। 
- विश्वभूषण, सीईओ, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर

मंदिर में अधिकारियों की मारपीट निंदनीय : यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय

दरोगा के साथ अभद्रता को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने निंदनीय बताया है। अजय राय ने एक्स हैंडल पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि इस साल रंगभरी एकादशी पर काशी की परंपरा और अनुशासन तोड़ने में कोई कसर भाजपा सरकार ने नहीं छोड़ी। एक तरफ मां गौरा और बाबा विश्वनाथ की पालकी को ढंक कर ले जाना, दूसरी तरफ मंदिर परिसर में अधिकारियों की आपस में मारपीट करना। दुखद, और निंदनीय है।