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आज यूपी में दिनदहाड़े पत्रकार की हत्या से फैली सनसनी, बदमाशों ने पहले गाड़ी से मारी टक्कर, फिर बीच सड़क पर गोलियों से भून डाला...

आज यूपी में दिनदहाड़े पत्रकार की हत्या से फैली सनसनी, बदमाशों ने पहले गाड़ी से मारी टक्कर, फिर बीच सड़क पर गोलियों से भून डाला...

लखनऊ, ब्यूरो। आज यूपी के सीतापुर में एक पत्रकार की दिनदहाड़े हत्या से सनसनी फैल गई। घटना के दौरान पत्रकार अपने क्षेत्र में निकला था। हमलावर पहले से घात लगाए बैठे थे। जैसे ही पत्रकार को बाइक पर देखा तो अपनी गाड़ी से टक्कर मार कर गिरा दिया, इसके बाद बीच सड़क पर गोलियों से भून डाला और फिर फरार हो गए।घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

जानकारी के अनुसार महोली कस्बे के रहने वाले राघवेंद्र बाजपेई पेशे से पत्रकार हैं। वह एक हिंदी समाचार पत्र के साथ लंबे समय से जुड़े हैं। शनिवार की दोपहर को राघवेंद्र किसी काम से बाइक पर क्षेत्र में निकले थे। जैसे ही वह इमलिया सुल्तानपुर थाना क्षेत्र के ओवरब्रिज के पास पहुंचे तो पहले से घात लगाए हमलावरों ने उन्हें अपनी गाड़ी से टक्कर मारकर सड़क पर गिरा दिया। इसके बाद हमलावरों ने ताबड़तोड़ उन पर गोलियों से फायरिंग कर दी। पलभर में राघवेंद्र की मौत हो गई। पत्रकार की हत्या के बाद हमलावरा मौके से भाग निकले। दिन दहाड़े हुई इस हत्या की खबर से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। आनन-फानन पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए एसपी ने गठित की टीमें

पत्रकार की दिनदहाड़े हत्या की खबर के बाद पुलिस ऐक्शन में आई। एसपी ने हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए तुरंत पुलिस की टीमों का गठन कर दिया। पुलिस के अनुसार हमलावरों की किसी बात को लेकर रंजिश थी। इसी के चलते पत्रकार की हत्या की गई है। पुलिस हमलावरों की तलाश में जुट गई है। इसके बाद पत्रकार राघवेंद्र के मोबाइल की भी कॉल डिटेल निकाल कर खंगाली जा रही है।

कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर दावा किया है कि मृतक पत्रकार लगातार धान खरीद खोटाले को लेकर खबरें प्रकाशित कर रहे थे।

इस हत्याकांड के बाद सोशल मीडिया पर तमाम लोगों ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए हैं। लोगों का कहना है कि बदमाशों के प्रति कड़ाई से दावे के बावजूद दिन दहाड़े हुई इस घटना के बाद सवाल उठाना लाजमी है कि क्या वाकई यूपी में बदमाशों पर लगाम लग पाया है?