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भारत की जीत के जश्न में हुड़दंग: MP पुलिस ने मुंडन कर निकाला युवकों का जुलूस; मोमोज वाले को पीटने वाला कांस्टेबल भी लाइन अटैच...

भारत की जीत के जश्न में हुड़दंग: MP पुलिस ने मुंडन कर निकाला युवकों का जुलूस; मोमोज वाले को पीटने वाला कांस्टेबल भी लाइन अटैच...

मप्र राज्य ब्यूरो। भारतीय क्रिकेट टीम की जीत की खुशी में हुड़दंग करने वाले युवकों के खिलाफ देवास पुलिस ने सख्त कार्रवाई की। पुलिस ने हुड़दंगियों का मुंडन करवाया और फिर जुलूस निकाला। इसके चलते युवक अपना मुंह छिपाते नजर आए। ICC चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल मैच में न्यूजीलैंड पर भारत की जीत के बाद रविवार रात देवास शहर के एबी रोड़ स्थित सयाजी द्वार पर भारी भीड़ जमा हो गई थी। जीत की खुशी में उत्साहित लोग बम-पटाखे फोड़ने लगे। इससे राहगीर और वाहन चालक घबरा गए। कई वाहन चालक बड़ी मुश्किल से बचकर निकले। जब मौके पर मौजूद सिटी कोतवाली टीआई अजय सिंह गुर्जर ने लापरवाहीपूर्वक इधर-उधर एक-दूसरे पर पटाखे फेंक रहे युवकों को समझाने की कोशिश की तो नाराज़ युवकों ने टीआई के साथ अभद्रता की थी। उग्र युवकों ने पुलिस वाहन में तोड़फोड़ करने का भी प्रयास किया था। टीआई ने किसी तरह अपना वाहन उग्र भीड़ से बाहर निकाला।

वहीं, इसी दौरान एक पुलिसकर्मी ने एक बेकसूर मोमोज दुकान संचालक की पिटाई कर दी थी। वहीं, पुलिस की पिटाई से घायल हुए एक युवक के परिवार ने एसपी पुनीत गेहलोद को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की। मारपीट का CCTV फ़ुटेज भी वायरल हुआ। सोमवार को पुलिस ने जीत के जश्न में हुड़दंग करने वाले युवकों को वीडियो देखकर चिन्हित किया। सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ की और देर शाम उनका मुंडन कर एमजी रोड पर जुलूस निकाला. जुलूस के दौरान युवक अपना चेहरा छुपाते नजर आए।

सीएसपी दीशेष अग्रवाल के मुताबिक, रविवार रात शहर के बीचो-बीच स्थित सयाजी द्वार पर कुछ असामाजिक तत्वों ने माहौल खराब किया। वीडियो के आधार पर 10 लोगों को चिह्नित कर उनके खिलाफ शांति भंग करने सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया। फुटेज में दिखने वाले अन्य लोगों पर भी कार्रवाई होगी।

वहीं, चौपाटी स्थित मोमोज दुकानदार अखिलेश यादव से मारपीट के मामले में आरक्षक मन्नूलाल वर्मा को लाइन अटैच कर दिया गया है। मारपीट में घायल युवक इंदौर रेफर कर दिया गया था. उसकी हालत स्थिर है।

बता दें कि पूरे घटनाक्रम को लेकर सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं का दौर लगातार जारी है। कोई जीत का जश्न मना रहे युवकों पर पुलिसिया कार्रवाई को गलत करार दे रहा है तो कोई हुड़दंगियों पर कार्रवाई करने वाली पुलिस की तारीफ़ कर रहा है।