इंसास रायफल से एक साथ चलीं तीन गोलियां, सिपाही के सिर के उड़े चिथड़े,PAC जवान शिवम की मौत से परिवार में मचा कोहराम...
जिला मुरादाबाद। आईजी पीएसी पश्चिमी जोन के आवास पर बने गार्ड रूम में सिपाही शिवम कुमार ने इंसास रायफल से गोली मारकर खुदकुशी कर ली। बचने की कोई गुंजाइश ना रहे, इसलिए उसने रायफल में टीआरवी सिस्टम लगा दियाा था। इससे इंसास में एक बार में तीन गोलियां निकलती हैं। एक साथ तीन गोली लगने से सिपाही के सिर के चिथड़े उड़ गए। शिवम संतरी ड्यूटी पर थे। खुदकुशी का कारण अब तक सामने नहीं आया है। अफसरों की ओर से घर वालों को जानकारी दे दी। परिवार में बेटे की मौत की सूचना पर कोहराम मच गया।
2019 बैच के सिपाही थे शिवम कुमार
बिजनौर के कीरतपुर गांव सैदपुरी निवासी हरपाल सिंह के बेटा शिवम कुमार पीएसी वर्ष 2019 बैच का सिपाही थे। वर्तमान में 24वीं वाहिनी पीएसी उनकी तैनाती थी। इन दिनों उनकी ड्यूटी आइजी पीएसी के आवास पर चल रही थी। हालांकि, आइजी पीएसी पश्चिमी जोन की तैनाती न होने के कारण उनका आवास खाली है, लेकिन यहां गार्द और संतरी की ड्यूटी चल रही है।
शिवम का फाइल फोटो।
शिवम गेट के पास संतरी रूम में मौजूद थे
सोमवार शाम करीब साढ़े पांच बजे शिवम गेट के पास ही संतरी रूम में मौजूद थे। इसी दौरान सिपाही ने रायफल में टीआरवी सिस्टम लगाकर गर्दन के नीचे रायफल की नाल लगाकर ट्रिगर दबा दिया। इससे उन्हें तीन गोली लगीं जिससे खून से लथपथ होकर वह गिर पड़े। फायरिंग की आवाज सुनकर अन्य सिपाही और कर्मचारी दौड़े, शिवम की मौत हो चुकी थी।
मौके से नहीं मिला सुसाइड नोट, मोबाइल लिया कब्जे में
जानकारी मिलने पर 24वीं वाहिनी पीएसी के उप सेनानायक डा. अनूप सिंह, सीओ सिविल लाइंस कुलदीप गुप्ता फोरेंसिक टीम संग पहुंचे। ड्यूटी पर तैनात एक-एक से बात की गई। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। शिवम की खुदकुशी का कारण स्पष्ट ना हो सका। मोबाइल भी पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। शिवम की पांच बहनें और एक छोटा भाई है।
सिपाही शिवम 24वीं वाहिनी पीएसी में तैनात था। मौके से सुसाइड नोट नहीं मिला है। उसकी मृत्यु गोली लगने से हुई है। पूरे मामले की जांच की जा रही है।
-सतपाल अंतिल, एसएसपी मुरादाबाद।
जल्द छुट्टी आना था, पर घर आई उसकी मौत की खबर
किरतपुर थाना क्षेत्र के गांव सैदपुरी निवासी शिवम पुत्र हरपाल 2019 में गांव के अपने दोस्त आलोक कुमार के साथ भर्ती हुआ था। शिवम पीएसी की नौंवी वाहिनी में तैनात था, जबकि उसके गांव का दोस्त आलोक की 24 वीं वाहिनी में तैनाती थी। पिता ने बताया कि उसने महाकुंभ ड्यूटी के बाद जल्द ही घर आने की बात कही थी, किंतु सोमवार को उसकी मौत की खबर आई।
शिवम की मौत की खबर मिलते ही पिता, मां, बहन और छोटा भाई बदहवास हो गए। गांव में सन्नाटा पसर गया। जिसे भी सूचना मिलती रही, वह शिवम की घर की ओर दौड़ पड़ा। घर में चीख-पुकर मच गई। स्वजन तुरंत ही मुरादाबाद के लिए रवाना हो गए।